हैदराबाद: तेलंगाना में आज नए सरकार का शपथ ग्रहण कार्यक्रम होगा। कांग्रेस अध्यक्ष अनुमुला रेवंत रेड्डी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। यह कार्यक्रम दोपहर एक बजे विशाल एलबी स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा। शपथ ग्रहण की तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। रेड्डी के साथ 6 मंत्री भी ले शपथ ले सकते हैं। इससे पहले रेड्डी ने दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अन्य नेताओं से मुलाकात की थी।
रेवंत रेड्डी के साथ 11 मंत्री शपथ लेंगे
1. दामोदर राजनरसिम्हा
2. उत्तम कुमार रेड्डी
3. भट्टि विक्रमार्क
4. कोमाटी रेड्डी वेंकट रेड्डी
5. सीतक्का
6. पोन्नम प्रभाकर
7. श्रीधर बाबू
8. तुम्मला नागेश्वर राव
9. कोंडा सुरेखा
10. जुपल्ली कृष्णा
11. पोंगुलेटी
सीएम के तौर पर ये होंगी चुनौतियां
ए.रेवंत रेड्डी के समक्ष हालिया विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस द्वारा दी गई छह चुनावी ‘गारंटी’ पूरी करने की चुनौती होगी। इसके अलावा, रेड्डी को कई अन्य राजनीतिक चुनौतियों का भी सामना करना होगा। माना जाता है कि राज्य में कांग्रेस की जीत का बड़ा कारण छह गारंटी पेश करने वाला पार्टी का मजबूत चुनाव अभियान रहा है। इन छह गारंटी में तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम (आरटीसी) की बसों में महिलाओं के लिए निशुल्क यात्रा का वादा सबसे आकर्षक है। कांग्रेस ने दो लाख रुपये तक का कृषि ऋण माफ करने का भी वादा किया है।
बीआरएस सरकार ने एक लाख रुपये तक की छूट के लिए 21,000 करोड़ रुपये का बजट रखा था। गणना के अनुसार, कांग्रेस सरकार को कृषि ऋण माफी को लागू करने के लिए अगले पांच वर्षों के लिए कम से कम 35,000 करोड़ रुपये आवंटित करने की आवश्यकता है। इसी तरह कांग्रेस पार्टी ने रायथु भरोसा गारंटी योजना के तहत किसानों को प्रति एकड़ सालाना 15,000 रुपये और खेतिहर श्रमिकों को 12,000 रुपये देने का वादा किया है। बीआरएस सरकार की रायथु बंधु योजना के तहत, किसानों को सालाना 10,000 रुपये का भुगतान किया जाता था। बीआरएस सरकार ने पिछले साढ़े पांच वर्षों के दौरान ऐसी ही योजना के तहत 72,000 करोड़ रुपये का भुगतान किया है, जिससे 70 लाख किसान लाभान्वित हुए।
यदि कांग्रेस पार्टी को अपनी योजना को समान मापदंडों के तहत लागू करना है, तो उसे अगले पांच वर्षों में लगभग एक लाख करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी। वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक एस.नागेश कुमार ने कहा कि रेवंत रेड्डी के सामने पहली चुनौती ‘छह गारंटी’ का कार्यान्वयन और राजनीतिक चुनौतियां हैं, क्योंकि पिछली सरकार के विपरीत, कांग्रेस सरकार के सामने संख्या के लिहाज से मजबूत विपक्ष होगा। तीन दिसंबर को सामने आए नतीजों में कांग्रेस ने 64 सीटें हासिल की जबकि बीआरएस ने 39, भाजपा ने आठ, एआईएमआईएम ने सात और भाकपा ने एक सीट जीती है। तेलंगाना के वित्त वर्ष 2023-24 बजट के अनुसार, कुल राजस्व 2.16 लाख करोड़ आंका गया था जबकि राजस्व व्यय 2.12 लाख करोड़ था। (इनपुट-भाषा)