हैदराबाद: तेलंगाना सरकार ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस)के कई अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया है। यह ट्रांसफर और पोस्टिंग चुनाव आयोग के निर्देश के बाद हुई है। राज्य सरकार ने इन आईएएस और आईपीएस के ट्रांसफर और पोस्टिंग का आदेश जारी कर दिया है।
राज्य में 30 नवंबर को होना है मतदान
वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एवं आरबीवीआरआर तेलंगाना राज्य पुलिस अकादमी के निदेशक संदीप शांडिल्य का स्थानांतरण कर उन्हें हैदराबाद शहर के पुलिस आयुक्त के रूप में पदस्थ किया गया है। निर्वाचन आयोग ने बुधवार को तेलंगाना सरकार को राज्य के कई शीर्ष पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों का स्थानांतरण करने का आदेश दिया था। राज्य में 30 नवंबर को मतदान होना है।
हैदराबाद, वारंगल और निजामाबाद पुलिस कमिश्नरों का तबादला
आयोग ने हैदराबाद, वारंगल और निजामाबाद के पुलिस कमिश्नरों का ट्रांसफर करने और कुछ जिलों में नये पुलिस अधीक्षक (एसपी) पदस्थ करने का आदेश दिया था। निर्वाचन आयोग के आदेशों के बाद, राज्य सरकार ने आईपीएस अधिकारियों के ट्रांसफर और पोस्टिंग को अधिसूचित किया है। तेलंगाना में समीक्षा बैठक के दौरान आयोग ने उल्लेख किया कि कई गैर-कैडर अधिकारी जिला प्रभारी के रूप में पदस्थ हैं जबकि प्रशासनिक एवं पुलिस सेवा के अधिकारियों को गैर महत्वपूर्ण पद दिये गये हैं।
कांग्रेस ने तेलंगाना के लिए उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा की
नई दिल्ली में कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) ने तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन को लेकर शुक्रवार को चर्चा की। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में हुई सीईसी की बैठक में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, सीईसी के अन्य सदस्य, पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी माणिकराव ठाकरे, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी और कई अन्य नेता शामिल हुए।
119 विधानसभा सीटों के लिए एक चरण में होगी वोटिंग
तेलंगाना में 119 विधानसभा सीट के लिए एक चरण में 30 नवंबर को मतदान होगा तथा तीन दिसंबर को मतगणना होगी। तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की सरकार है। कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी उसे चुनौती देने का प्रयास कर रहे हैं। राज्य में 2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में बीआरएस (तत्कालीन टीआरएस) ने 88 सीट जीतकर अपनी सत्ता बरकरार रखी थी। कांग्रेस को 19, एआईएमआईएम को सात सीट पर जीत मिली थी। भाजपा को सिर्फ एक सीट से संतोष करना पड़ा था। (भाषा)