हैदराबाद: तेलंगाना में चुनावी मंच पूरी तरह से सज चुका है। पार्टियां अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर रही हैं। यहां चुनाव इतना रोचक है कि किसी भी पार्टी की सरकार बन सकती है। हालांकि मुख्य लड़ाई भारतीय राष्ट्र समिति, कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच मानी जा रही है। चुनाव आयोग के चुनावी कार्यक्रम के बाद आचार सहिंता भी लग गई थी और एजेंसियां भी एक्टिव हो गई थीं। इसी बीच अब मतदान से पहले करोड़ों रुपए की जब्ती हुई है।
जानकारी के अनुसार, राज्य में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले शनिवार को नकदी, सोना, शराब और अन्य वस्तुओं की जब्ती 300 करोड़ रुपये से अधिक की हो गई। प्रवर्तन एजेंसियों ने शनिवार सुबह तक 18 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी, सोना और शराब जब्त की है। इसके साथ ही 9 अक्टूबर से अब तक कुल जब्ती 307 करोड़ रुपये हो गई है, जिसे देश में इतनी कम अवधि के लिए एक रिकॉर्ड कहा जा रहा है।
2018 में जब्त हुआ था 103 करोड़ रुपये की नकदी और सोना
तेलंगाना में 2018 के चुनावों में पूरी मतदान प्रक्रिया के दौरान कुल 103 करोड़ रुपये की नकदी और सोना जब्त किया गया था। प्रवर्तन एजेंसियों ने 9 अक्टूबर को जांच शुरू कर दी थी, जब भारत चुनाव आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ आदर्श आचार संहिता लागू हुई थी। 24 घंटे की अवधि के दौरान 9.69 करोड़ रुपये से ज्यादा कैश जब्त किया गया। कुल नकदी जब्ती अब 105.58 करोड़ रुपये हो गई है।
कई किलो सोना और चांदी हुई है जब्त
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 20 अक्टूबर सुबह 9 बजे से 21 अक्टूबर सुबह 9 बजे के बीच 3.81 करोड़ रुपये से अधिक की कीमती धातुएं जब्त की गईं। प्रवर्तन एजेंसियों ने अब तक 220 किलोग्राम सोना, 894 किलोग्राम चांदी, हीरे और प्लैटिनम जब्त किए हैं, जिनकी कीमत 145 करोड़ रुपये से अधिक है।
हजारों लीटर शराब भी की गई जब्त
अधिकारियों ने शराब के प्रवाह पर अपनी कार्रवाई जारी रखी। 24 घंटे की अवधि के दौरान, 31,961 लीटर शराब जब्त की गई, जिससे संचयी जब्ती 72,302 लीटर हो गई, जिसका मूल्य 13.58 करोड़ रुपये है। राज्य और केंद्रीय एजेंसियों ने 232 किलोग्राम गांजा भी जब्त किया है, जिससे कुल जब्ती 3,672 किलोग्राम हो गई है, जिसका मूल्य 15.23 करोड़ रुपये से अधिक है। अधिकारियों ने 26.93 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य का 1.89 लाख किलोग्राम चावल और अन्य सामान भी जब्त किया है।