हैदराबाद: तेलंगाना विधानसभा चुनावों के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पहली सूची जारी कर दी है। पार्टी ने गोशामहल से पार्टी के राज्य में एकमात्र विधायक टी, राजा सिंह को फिर से उम्मीदवार बनाया है। इसके साथ ही बीजेपी ने अन्य चुनावी राज्यों की तरह सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा है। पार्टी की पहली सूची में तीन सांसदों का नाम शामिल है। सूची के अनुसार, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बांदी संजय कुमार को करीमनगर से टिकट दिया गया है तो वहीं अरविंद धर्मपुरी को कोरटला से मैदान में उतारा गया है। इसके साथ ही सोयम बापू राव को बोथ विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।
भारतीय जनता पार्टी की पहली सूची में 52 सीटों से उम्मीदवारों की घोषणा की गई है। इसमें 3 सांसदों और 12 महिलाओं को टिकट दिया गया है। वहीं तेलंगाना के आईटी मंत्री और सीएम केसीआर के बेटे केटीआर के खिलाफ सिरसिला सीट से बीजेपी ने रानी रुद्रमा रेड्डी को उम्मीदवार बनाया है। वहीं सत्तारूढ़ पार्टी बीआरएस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए इटेला राजेंदर को हुजुराबाद से टिकट दिया गया है। बीजेपी में शामिल होने से पहले वह इसी सीट से विधायक थे।
सुबह ही टी राजा का निलंबन हुआ था वापस
वहीं इससे पहले रविवार सुबह बीजेपी ने राज्य में अपने इकलौते विधायक टी राजा सिंह का निलंबन रद्द कर दिया था। बीजेपी ने पैंगबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में टी राजा सिंह के गिरफ्तार होने पर अगस्त 2022 को निलंबित कर दिया था। उनके निलंबन रद्द होने के बाद ही अंदाजा लगाया जाने लगा था कि पार्टी उन्हें इस चुनाव में भी मौका देने वाली है। इसके बाद उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा था कि उनके निलंबन को रद्द करने के लिए वह आलाकमान और जनता के आभारी हैं।
क्या था मामला?
टी राजा सिंह अपने बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। दरअसल, टी राजा सिंह की पहचान प्रखर हिंदूवादी नेता की है। उन्होंने कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी के खिलाफ एक वीडियो जारी किया था। इसमें उन्होंने कॉमडियन मुनव्वर फारुखी और उनकी मां के खिलाफ टिप्पणी की थी। इसी वीडियो में उन्होंने पैगंबर मोहम्मद पर अपमानजनक टिप्प्णी भी कर दी थी। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था। बाद में पार्टी ने निलंबित कर दिया था। टी राजा सिंह ने तेलगू देशम पार्टी (TDP) से सियासत में कदम रखा था। साल 2014 के आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले वह बीजेपी में शामिल हो गए थे। इसके बाद वह 2018 में फिर से विधायक चुने गए थे।