तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने शुक्रवार को राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने वाली केंद्रीय टीम से मुलाकात की। सीएम रेड्डी ने बाढ़ राहत गतिविधियों के लिए केंद्र सरकार से तत्काल धनराशि जारी करने की मांग की। सीएम सचिवालय में बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि बारिश और बाढ़ से राज्य में व्यापक नुकसान हुआ है।
बाढ़ से होने वाली क्षति को रोकने के लिए अलग से बनाया जाए कोष
सीएम रेवंत रेड्डी ने कहा कि बाढ़ राहत उपायों के लिए बिना शर्त तत्काल सहायता जारी की जानी चाहिए। उन्होंने भविष्य में बाढ़ से होने वाली क्षति को रोकने के लिए स्थायी उपाय करने के वास्ते एक कोष स्थापित करने का समर्थन किया। रेड्डी ने यह भी सुझाव दिया कि केंद्र सरकार इस मुद्दे के स्थायी समाधान के लिए एक कार्य योजना तैयार करे।
बाढ़ से 29 लोगों की मौत
केंद्रीय टीम ने तीन दिनों तक राज्य के बारिश और बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। टीम ने 11 सितंबर को राज्य के मुख्य सचिव के साथ बैठक की। राज्य सरकार ने प्रारंभिक अनुमान के अनुसार बाढ़ से 5,438 करोड़ रुपये की क्षति बताई है। इस महीने की शुरुआत में राज्य में भारी बारिश और बाढ़ के कारण 29 लोगों की जान चली गई थी।
केंद्रीय टीम ने इन जिलों का किया दौरा
दिल्ली से आए अधिकारियों ने दो समूहों में बंटकर बाढ़ प्रभावित खम्मम, महबूबाबाद और सूर्यपेट जिलों का दौरा किया। टीमों ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में नुकसान का जायजा लिया। एनडीएमए के सलाहकार कर्नल केपी सिंह की अगुवाई में टीम में शांतिनाथ शिवप्पा, महेश कुमार, नयाल कंसन, राकेश मीना और शशिवर्धन रेड्डी शामिल थे।
क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत कराने में भी दिक्कत
सीएम रेवंत रेड्डी ने केंद्रीय टीम के ध्यान में लाया कि केंद्र के कड़े नियमों के कारण एनडीआरएफ में उपलब्ध धन के उपयोग में राज्य सरकार को क्या दिक्कतें आ रही हैं। दिशा-निर्देशों में एक किलोमीटर की क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत के लिए केवल एक लाख रुपये के उपयोग का निर्देश दिया गया है, जिसके कारण क्षतिग्रस्त सड़कों की अस्थायी मरम्मत भी संभव नहीं होगी।
भाषा के इनपुट के साथ