तेलंगाना में 30 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे। उससे पहले बीजेपी नेता और पूर्व विधायक कोमाटिरेड्डी राज गोपाल रेड्डी कांग्रेस में लौट सकते हैं। उनके एक दो दिन में राहुल गांधी की मौजूदगी में दिल्ली में औपचारिक रूप से कांग्रेस पार्टी में शामिल होने की संभावना है। राज गोपाल रेड्डी ने दावा किया कि उन पर कांग्रेस में दोबारा शामिल होने के लिए लोगों का दबाव है। हालांकि, उन्होंने कहा कि उन्होंने अभी तक अंतिम फैसला नहीं लिया है।
उपचुनाव हार गए थे रेड्डी
रेड्डी पिछले साल अगस्त में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे। उन्होंने विधानसभा से भी इस्तीफा दे दिया था, जिससे उपचुनाव की जरूरत पड़ी। वह बीजेपी उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरे, लेकिन उपचुनाव हार गए। राज गोपाल रेड्डी भोंगिर से कांग्रेस सांसद कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी के भाई हैं। वे बीजेपी नेतृत्व से खुश नहीं थे और वह उन नेताओं में से एक थे, जिन्होंने केंद्रीय नेतृत्व से बांदी संजय कुमार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने की मांग की थी। भोंगिर के पूर्व सांसद, राज गोपाल रेड्डी को हाल ही में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया था।
पार्टी कार्यक्रमों में नहीं हैं सक्रिय
हालांकि, वह पिछले कुछ महीनों से पार्टी कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग नहीं ले रहे थे। वह कथित तौर पर एलबी नगर निर्वाचन क्षेत्र से आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। बीजेपी की पहली सूची से उनका नाम गायब है। उद्योगपति-राजनेता पिछले साल अगस्त में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में मुंगोडे में एक सार्वजनिक सभा में काफी धूमधाम से बीजेपी में शामिल हुए थे।
सचिन पायलट ने ज्योतिषी से निकलवाई तारीख, इस दिन शुभ मुहूर्त में करेंगे नामांकन दाखिल
प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के अध्यक्ष के रूप में ए रेवंत रेड्डी की नियुक्ति के बाद राजा गोपाल रेड्डी और उनके भाई वेंकट रेड्डी दोनों कांग्रेस में नाखुश थे। हालांकि, मुनुगोडे उपचुनाव में हार के बाद राजा गोपाल रेड्डी बीजेपी में सहज महसूस नहीं कर रहे थे। कर्नाटक चुनावों में जीत के बाद तेलंगाना में कांग्रेस के पुनरुत्थान के साथ और हाल के महीनों में भारत राष्ट्र समिति (BRS) और बीजेपी के कई नेताओं के कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के बाद ऐसा लगता है कि राजा गोपाल रेड्डी ने भी कांग्रेस खेमे में लौटने का मन बना लिया है।
- IANS इनपुट के साथ
महाराष्ट्र में लोगों ने बीयर पीना कम कर दिया क्या? शिंदे सरकार करा रही है जांच