Telangana Assembly Elections:: तेलंगाना की 119-सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव में बृहस्पतिवार को अनुमानित 63.94 प्रतिशत मतदान हुआ। निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों के अनुसार मतदान कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे शुरू हुआ और वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) प्रभावित 13 निर्वाचन क्षेत्रों में यह शाम 4 बजे समाप्त हो गया जबकि अन्य क्षेत्रों में यह प्रक्रिया शाम पांच बजे समाप्त हुई।
उग्रवाद प्रभावित इलाकों में 4 बजे खत्म हुई वोटिंग
अधिकारियों के अनुसार मतदान कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे शुरू हुआ और वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) प्रभावित 13 निर्वाचन क्षेत्रों में यह शाम 4 बजे समाप्त हो गया जबकि अन्य क्षेत्रों में यह प्रक्रिया शाम पांच बजे समाप्त हुई। हालांकि, उस समय भी कुछ जगह जो मतदाता अपनी बारी के लिए कतार में थे, उन्हें वोट डालने की अनुमति दी गई।
कांग्रेस और बीआरएस के कार्यकर्ता उलझे
चुनाव में मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव, उनके मंत्री पुत्र के.टी.रामाराव, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी और भाजपा के लोकसभा सदस्यों- बंडी संजय कुमार तथा डी.अरविंद समेत करीब 2,290 उम्मीदवार मैदान में हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी विकास राज ने संवाददाताओं को बताया कि एक या दो जगहों पर छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रहा। टीवी चैनल पर प्रसारित दृश्यों में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को कुछ मतदान केंद्रों पर आपस में उलझते हुए देखा गया। हालांकि, बाद में पुलिस ने उन्हें तितर-बितर कर दिया। मुख्यमंत्री राव और उनकी पत्नी के.शोभा ने सिद्दीपेट में चिनरामाडाका गांव में मतदान किया।
चिरंजीवी, वेंकटेश और अल्लू अर्जुन ने किया मतदान
केंद्रीय मंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जी.किशन रेड्डी, बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष रामाराव, उनकी बहन और विधान पार्षद के.कविता, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी उन नेताओं में शामिल हैं, जिन्होंने सुबह सात बजे मतदान आरंभ होने के बाद शुरुआती घंटों में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। चिरंजीवी, वेंकटेश और अल्लू अर्जुन सहित कई फिल्मी हस्तियों ने भी सुबह मतदान किया। तेलंगाना विधानसभा की सभी सीटों के लिए मतगणना तीन दिसंबर को होगी। वहीं, चुनाव बाद सर्वेक्षणों में कहा गया है कि सत्तारूढ़ बीआरएस विधानसभा चुनाव हार सकती है। सर्वेक्षण के नतीजों को खारिज करते हुए भारत राष्ट्र समिति के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामा राव ने कहा कि मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली पार्टी 70 से अधिक सीट जीतकर सत्ता में वापस आएगी। वर्ष 2014 में तेलंगाना के गठन के बाद से बीआरएस यहां सत्ता में है। पिछली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार ने आंध्र प्रदेश को विभाजित कर तेलंगाना राज्य का गठन किया था। (इनपुट-भाषा)