तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने हैदराबाद को चीन का विकल्प बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। उन्होंने खुद एक बयान में यह बात कही है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया है कि तेलंगाना सरकार कैसे हैदराबाद के विकास के लिए काम कर रही है और यहां कंपनियों की सुविधा के लिए इंफ्रास्ट्रक्टर कैसे मजबूत किया जा रहा है। रेड्डी ने बताया कि उनका प्लान 360 किलोमीटर लंबे हिस्से पर रंग रोड और रिंग रेल बनाने का है।
रेवंत रेड्डी ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार हैदराबाद में बाहरी रिंग रोड और प्रस्तावित क्षेत्रीय रिंग रोड के बीच बड़े पैमाने पर विनिर्माण को बढ़ावा देने और शहर को विनिर्माण में दुनिया के लिए ‘‘चीन प्लस विकल्प’’ के रूप में उभरने की योजना बना रही है। रेड्डी ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में कहा कि राज्य सरकार ने यहां ‘फ्यूचर सिटी’ बनाने का निर्णय लिया है, जो न्यूयॉर्क, लंदन, सियोल और दुबई जैसे दुनिया के शीर्ष शहरों को टक्कर दे सके।
प्रदूषण मुक्त होगी ‘फ्यूचर सिटी’
रेवंत रेड्डी ने कहा, ‘‘ हम भारत में सबसे बड़ा शहर बनाना चाहते हैं। इसमें केवल सेवा क्षेत्र होगा।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘फ्यूचर सिटी’ का लक्ष्य प्रदूषण मुक्त शुद्ध शून्य शहर बनना है। सरकार अब हैदराबाद में 3,200 सरकारी बसों की जगह इलेक्ट्रिक वाहन चला रही है। इलेक्ट्रिक वाहनों पर पंजीकरण और सड़क संबंधी कर हटा दिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार 360 किलोमीटर लंबे हिस्से पर क्षेत्रीय रिंग रोड (आरआरआर) और आरआरआर के चारों ओर क्षेत्रीय रिंग रेल की योजना बना रही है।
हैदराबाद को चीन का विकल्प बनाना है लक्ष्य
मौजूदा आउटर रिंग रोड (ओआरआर) और आरआरआर को जोड़ने वाली ‘रेडियल’ सड़कें भी बनाई जा रही हैं। चीन से परे विनिर्माण और आपूर्ति श्रृंखलाओं में विविधता लाने वाली ‘चीन प्लस वन रणनीति’ का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य हैदराबाद को चीन का विकल्प बनाना है। (इनपुट- पीटीआई भाषा)