हैदराबाद। महिला तहसीलदार को उनके कार्यालय में जिंदा जलाकर मारने की घटना के अगले दिन मंगलवार को उनके ड्राइवर की भी मौत हो गई। ड्राइवर उन्हें बचाने की कोशिश में जल गया था और गंभीर रूप से घायल की मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। अब्दुल्लापुरमेट में तहसीलदार विजया रेड्डी (37) को उनके कार्यालय में सोमवार दोपहर सुरेश ने कथित रूप से कुछ जमीन विवाद के चलते जिंदा जला दिया था। उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
विजया को बचाने की कोशिश करते हुए दो कर्मचारी भी घायल हो गए, जिनमें विजया के ड्राइवर गुरुनाथम भी थे। घटना में हमलावर भी करीब 60 प्रतिशत जल गया और तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। राचकोंडा के पुलिस आयुक्त महेश एम भागवत ने बताया, ‘‘गुरुनाथम की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।’’ पुलिस सुरेश के परिवार वालों से पूछताछ कर रही है। उसके फोन विवरण को खंगाल रही है और जमीन के दस्तावेजों की जांच कर रही है। शुरुआती जांच के आधार पर भागवत ने बताया, ‘‘ऐसा लगता है कि किसी जमीन विवाद के चलते हमला हुआ है। उसने ऐसा क्यों किया या किसी ने उसे ऐसा करने के लिए उकसाया, ये जांच के दौरान पता चलेगा।’’
घटना के समय विजया अपने कमरे में अकेली थीं। सुरेश नाम के एक स्थानीय व्यक्ति ने कथित रूप से वहां प्रवेश किया और उनके ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। दिन दहाड़े हुई इस घटना से तहसीलदार कार्यालय में कोहराम मच गया। एक चश्मदीद ने बताया कि उनके कमरे से चीखने की आवाज आई और एक कर्मचारी दौड़कर तहसीलदार के कमरे में गया और उन्हें आग की लपटों से घिरा पाया।