
तेलंगाना में रहस्यमयी बीमारी से 2500 मुर्गियों की मौत के बाद हड़कंप मचा हुआ है। वानापर्थी जिले के मदनपुरम मंडल में पोल्ट्री फार्मों में यह रहस्यमय बीमारी फैली है। कोन्नूर के पोल्ट्री फार्मों में इस बीमारी के प्रकोप के चलते तीन दिनों के अंतराल में लगभग 2,500 मुर्गियों की मौत हो गई। शुक्रवार को वानापर्थी के जिला पशु चिकित्सा और पशुपालन अधिकारी के वेंकटेश्वर ने बीमारी की पुष्टि की और कहा कि बीमारी के कारण की जांच की जा रही है।
अधिकारी ने जानकारी साझा करते हुए कहा, " वानापर्थी जिले के मदनपुरम मंडल के कोन्नूर में पोल्ट्री फार्मों में एक रहस्यमय बीमारी फैल गई है , जिसके परिणामस्वरूप केवल तीन दिनों के अंतराल में लगभग 2,500 मुर्गियों की मौत हो गई है।"
जांच के लिए सैंपल लैब भेजे
जिला पशु चिकित्सा और पशुपालन अधिकारी ने कहा, "2500 मुर्गियों की मौत के बाद हमने घटनास्थल का निरीक्षण किया। हमने नमूने लिए हैं, जिन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा गया है। मुर्गियों की मौत तीन दिन के अंतराल में हुई है। 16 फरवरी को 117 मुर्गियों की मौत हुई, 17 फरवरी को 300 मुर्गियां मरीं और 18 फरवरी को 2083 मुर्गियों की मौत हुई। इसके बाद पोल्ट्री फार्मों के मालिकों ने हमें सूचित किया और हमने 19 तारीख को नमूने प्रयोगशाला में भेजे।"
प्रीमियम फॉर्म में हुई मौत
इन मुर्गियों की मौत प्रीमियम फॉर्म में हुई है, 5,500 मुर्गियों को एक साथ रखा जा सकता है। इसका स्वामित्व शिवकेहवुलु के पास है। आंध्र प्रदेश सरकार ने पिछले सप्ताह से बर्ड फ्लू के प्रसार को रोकने के प्रयासों को तेज कर दिया है। बर्ड फ्लू से प्रभावित तीन जिलों में रोकथाम के सख्त उपाय लागू किए गए हैं। पशुपालन की अतिरिक्त निदेशक डॉ. सत्या कुमारी ने कहा, "बर्ड फ्लू तीन जिलों और पांच फार्मों तक सीमित है। इसके प्रकोप के कारण लगभग एक लाख मुर्गियों को मार दिया गया है। आंध्र प्रदेश के कृषि, सहकारिता, विपणन और पशुपालन मंत्री किंजरापु अच्चन्नायडू ने जनता को आश्वस्त किया कि बर्ड फ्लू को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है, क्योंकि सरकार ने इसके प्रसार को नियंत्रित करने के लिए सख्त उपाय लागू किए हैं। (इनपुट- एएनआई)