हैदराबाद: तेलंगाना विधानसभा चुनावों में अब कुछ ही हफ्तों का समय बाकी है और यही वजह है कि राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है। इसी कड़ी में सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (BRS) के विधायक मयनामपल्ली हनुमंत राव ने शुक्रवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया क्योंकि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए उनके बेटे को टिकट नहीं दिया गया था। बता दें कि पार्टी ने हनुमंत राव को तो टिकट दे दिया था, लेकिन अपने बेटे के लिए टिकट की उनकी मांग को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया। हनुमंत के इस्तीफे को बीआरएस के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
पार्टी नेतृत्व से नाराज थे हनुमंत राव
एक वीडियो मैसेज के जरिए विधायकी छोड़ने और पार्टी से इस्तीफा देने का एलान करते हुए हनुमंत राव ने कहा कि वह जल्द ही बताएंगे कि वह किस पार्टी में शामिल होंगे। बता दें कि हनुमंत राव ग्रेटर हैदराबाद के मल्काजगिरी निर्वाचन क्षेत्र से मौजूदा विधायक हैं और BRS ने उन्हें आगामी चुनावों में फिर से मैदान में उतारने का फैसला किया था। हालांकि, वह मेदक निर्वाचन क्षेत्र से अपने बेटे रोहित राव को पार्टी के टिकट की मांग को नजरअंदाज करने से पार्टी नेतृत्व से नाराज थे।
सीएम ने किया था राव के नाम का एलान
हनुमंत राव ने कहा कि मल्काजगिरी के लोगों, उनके समर्थकों और तेलंगाना के दूरदराज के हिस्सों के शुभचिंतकों की इच्छा के अनुसार, उन्होंने BRS से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों को आश्वासन दिया कि जब तक वह जीवित हैं, वह उनके साथ खड़े रहेंगे और उनकी सेवा करते रहेंगे। बता दें कि 21 अगस्त को बीआरएस अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव द्वारा घोषित 115 उम्मीदवारों की सूची में हनुमंत राव का नाम शामिल था।
राव ने स्वास्थ्य मंत्री पर साधा था निशाना
उम्मीदवारों की घोषणा से कुछ घंटे पहले वित्त और स्वास्थ्य मंत्री टी. हरीश राव के खिलाफ हनुमंत राव ने गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि हरीश राव ने कई नेताओं का सियासी करियर तबाह कर दिया। उन्होंने यहां तक धमकी दी थी कि अगर उनके बेटे को मेदक निर्वाचन क्षेत्र से टिकट नहीं दिया गया तो वह एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे। हालांकि, BRS ने मेदक से मौजूदा विधायक पद्मा देवेंदर रेड्डी को फिर से चुनावी मैदान में उतारने का फैसला किया है।