हैदराबाद: तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री और बीआरएस अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने शनिवार को बीजेपी पर राजनीतिक लाभ के लिए 'धार्मिक उन्माद' फैलाने और विपक्षी दलों को डराने के लिए ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। चेवेल्ला में रैली को संबोधित करते हुए केसीआर ने कहा कि बीजेपी 10 साल से सत्ता में है। भावनाएं भड़काने और धार्मिक उन्माद फैलाने के अलावा क्या बीजेपी शासन के दौरान समाज के किसी भी वर्ग या गरीबों के लिए एक भी अच्छा काम हुआ है।
केसीआर ने कहा कि आज देश में क्या हो रहा है? आप बीजेपी में शामिल होंगे या जेल जाएंगे? इस तरह से डराया जा रहा है। क्या यही राजनीति है? क्या देश को आगे ले जाने का यही तरीका है? हर जगह लोकतंत्र को नष्ट किया जा रहा है। हमें आंख मूंदकर वोट नहीं करना चाहिए।
केसीआर ने आरोप लगाया कि केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने पिछले 10 वर्षों के दौरान देश में 157 मेडिकल कॉलेजों को मंजूरी दी, लेकिन तेलंगाना को एक भी मेडिकल कॉलेज नहीं दिया। जबकि उन्होंने इस संबंध में केंद्र को 100 पत्रलिखे थे। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने राज्य में नए जिलों के गठन के बाद तेलंगाना में नवोदय विद्यालय भी स्थापित नहीं किए। सरकार पर आगे हमला करते हुए उन्होंने दावा किया कि जब बीआरएस नेताओं ने केंद्र से राज्य में उत्पादित धान खरीदने की मांग की तो एक केंद्रीय मंत्री ने टिप्पणी की थी कि तेलंगाना के लोगों को टूटा हुआ चावल खाना चाहिए।
केसीआर ने चुनावी वादे पूरा नहीं करने के लिए राज्य की कांग्रेस सरकार पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पानी और बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने में कांग्रेस सरकार विफल रही है।