हैदराबाद: भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार के गिरने के बाद भी हिंसा जारी है। इस बीच बांग्लादेश से अवैध अप्रवासियों या घुसपैठियों के संभावित आगमन को रोकने के लिए ग्रेटर हैदराबाद में पुलिस अलर्ट पर है। पुलिस शहर में बांग्लादेशियों के प्रवेश के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए कोलकाता से आने वाली ट्रेनों की पूरी कड़ाई से जांच कर रही है। खुफिया एजेंसियों की ओर से अलर्ट जारी किए जाने के बाद पुलिस सिकंदराबाद और नामपल्ली रेलवे स्टेशनों पर पहुंचने वाली ट्रेनों की जांच कर रही है।
पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया: सूत्र
बता दें कि पुलिस की टीमें शहर के उन इलाकों में भी जांच कर रही हैं, जहां पहले बांग्लादेश से आए अवैध अप्रवासियों को गिरफ्तार किया गया था। हैदराबाद, साइबराबाद और राचकोंदा कमिश्नरेट की पुलिस बालापुर, कटेदन, मैलारदेवपल्ली, फलकनुमा और पहाड़ी शरीफ जैसे इलाकों में अलर्ट पर है। निवासियों को सलाह दी गई है कि वे अपने पड़ोस में संदिग्ध व्यक्तियों की मौजूदगी के बारे में पुलिस को सूचित करें। सूत्रों ने बताया कि कुछ संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया गया है।
पुलिस ने बचाए थे 5 बांग्लादेशी नाबालिग बच्चे
बता दें कि बीते समय में रोहिंग्या और कुछ बांग्लादेशी नागरिक इन इलाकों में रहने के लिए बस गए थे। वे फेरीवालों के रूप में या उद्योगों या निर्माण क्षेत्र में श्रमिक के रूप में काम कर रहे थे। उनमें से कुछ कथित तौर पर अवैध रूप से बांग्लादेश की यात्रा कर रहे थे और वापस आ रहे थे। फरवरी में तेलंगाना के खम्मम शहर में 'ऑपरेशन मुस्कान' के तहत पुलिस ने बांग्लादेश के 5 नाबालिगों को बचाया था। एक NGO की मदद से बच्चों को उनके देश वापस भेज दिया गया।
खम्मम में पकड़े जा चुके हैं कई बांग्लादेशी
खम्मम में ही अवैध रूप से रहने के आरोप में 4 बांग्लादेशी नागरिकों को भी गिरफ्तार किया गया था। उनमें से 2 ने कथित तौर पर फर्जी पहचान पत्रों का इस्तेमाल कर पासपोर्ट, आधार, पैन और वोटर ID कार्ड भी बनवा लिए थे। हाल ही में सिकंदराबाद में एक नाबालिग समेत 4 बांग्लादेशी पकड़े गए थे। उन्होंने पुलिस को बताया था कि वे चंद्रायनगुट्टा में रहने वाले अपने रिश्तेदारों से मिलने आए थे। कुछ अवैध अप्रवासी कथित तौर पर बांग्लादेश से अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने में मदद करने वाले एजेंट तक बन गए हैं।
खाड़ी देशों में जाने के लिए भी करते हैं इस्तेमाल
बताया जाता है कि प्रत्येक व्यक्ति अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने और हैदराबाद पहुंचने के लिए 5 हजार से 6 हजार रुपये का भुगतान कर रहा है। हैदराबाद एयरपोर्ट बांग्लादेशी अवैध अप्रवासियों के लिए खाड़ी देशों में जाने का सुरक्षित रास्ता बन गया है। इस साल फरवरी में राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (RGIA) की पुलिस ने एक बांग्लादेशी नागरिक को फर्जी पासपोर्ट और आधार कार्ड के साथ गिरफ्तार किया था। (IANS)