हैदराबाद रेप कांड की पीडि़ता के परिवार ने पुलिस पर मामले में ढिलाई बरतने का आरोप लगाया है। राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम से मुलाकात के दौरान बुधवार रात हैवानियत का शिकार हुई वेटरनरी डॉक्टर के परिवार ने पुलिस की ढुलमुल कार्यशैली पर गंभीर आरोप लगाए। युवती के परिवार से मुलाकात करने के बाद आयोग की अध्यक्षा रेखा शर्मा ने कहा, कि परिवार की ओर से पुलिस के बारे में खराब फीडबैक मिला है। परिवार का कहना था कि पुलिस ने उनकी एक भी नहीं सुनी। जब उन्होंने पुलिस से शिकायत की तो पुलिस ने कहा कि पीड़िता को वहां से भाग जाना चाहिए था। इसके अलावा घटना सामने आने के बाद भी पुलिस थानों की सीमा के विवाद में उलझे रहे। यदि पुलिस समय पर कार्रवाई करती तो वे एक जिंदगी बचा सकते थे।
रेखा शर्मा ने कहा कि हमें न्यायपालिका पर विश्वास है, हमारी न्यायिक व्यवस्था पर विश्वास रख रहे हैं। लेकिन न्याय मिलने में देरी नहीं होनी चाहिए। यह मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में जाना चाहिए।दोषियों को कम से कम फांसी की सजा मिलनी चाहिए। बता दें कि हैदराबाद में एक सरकारी वेटरनरी डॉक्टर की जली हुई लाश गुरुवार सुबह हैदराबाद-बेंगलुरु हाइवे पर एक पुलिया के नीचे मिली थी। आरोपियों ने डॉक्टर की लाश को जलाकर एक फ्लाई ओवर के नीचे फेंक दिया था। डॉक्टर के घरवालों के अनुसार उनकी बेटी अपने घर लौट रही थीं, इसी दौरान रास्ते में उनकी स्कूटी पंक्चर हो गई थी। आरोपियों ने मदद के बहाने उसके साथ बलात्कार किया।
6 घंटे पुलिस पर चलीं चप्पलें
डॉक्टर से बलात्कार के बाद आज लोगों का गुस्सा शादनगर पुलिस थाने पर निकला। दरअसल पुलिस, लेडी डॉक्टर के गैंगरेप और हत्या के चार आरोपियों की मेडिकल और शिनाख्त के लिए शादनगर पुलिस स्टेशन लेकर आई थी। जैसे ही लोगों को इस बात का पता चला कि आरोपी पुलिस थाने में हैं, लोगों ने थाने को घेर लिया और नारेबाजी शुरू कर दी। गुस्साए लोग इतने पर ही नहीं रुके, उन्होंने पुलिस की बैरिकेडिंग को तोड़कर थाने में घुसने की कोशिश की, जिसके चलते पुलिस को बीच-बीच में बल प्रयोग करना पड़ा। यह सिलसिला दोपहर 12 बजे से लेकर तकरीबन शाम 5:30 बजे तक चलता रहा।