उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कांवड़ यात्रा मार्ग पर भोजनालयों के मालिक के नाम प्रदर्शित करने संबंधी आदेश से पैदा हुए विवाद के बीच, अक्सर विवादों में रहने वाले तेलंगाना से भाजपा विधायक राजा सिंह ने कहा है कि उनके राज्य में भी यह लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिंदुओं को खाने-पीने की चीजें केवल हिंदू दुकानदारों से ही खरीदनी चाहिए।
इस बीच, उच्चतम न्यायालय ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकारों द्वारा जारी उन निर्देशों पर सोमवार को अंतरिम रोक लगा दी, जिनमें कांवड़ यात्रा मार्गों पर स्थित भोजनालयों को अपने मालिकों, उनमें काम करने वालों के नाम और अन्य विवरण प्रदर्शित करने के लिए कहा गया है।
योगी आदित्यनाथ की तारीफ
राजा सिंह ने सोमवार को अपने भाषण का एक वीडियो जारी कर कांवड़ यात्रा के मार्ग पर खाने-पीने की चीजों की दुकानों पर उनके मालिक का नाम प्रदर्शित करने का आदेश देने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा की। अपने विभाजनकारी भाषणों के लिए चर्चा में रहने वाले राजा सिंह ने कहा, ‘‘पिछली बार हमने देखा था कि कांवड़ियों को भोजन उसमें थूककर परोसा गया था।’’ उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश का संदर्भ देते हुए उन्होंने उसके फैसले की प्रशंसा करते हुए कहा कि हिंदू अब जान पाएंगे कि वे किसके भोजनालय में खाना खा रहे हैं।
भाजपा सरकारें योगी के आदेश का अनुकरण करें
हैदराबाद की गोशामहल विधानसभा सीट से विधायक सिंह ने कहा, ‘‘ऐसी चीज तेंलगाना में भी होनी चाहिए जहां कांवड़ यात्रा होती है। तेलंगाना ही नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश, असम और उन राज्यों में भी अनुकरण किया जाना चाहिए जहां भाजपा की सरकारें हैं।’’ विवादित टिप्पणी करते हुए सिंह ने कहा कि हिंदुओं को खाने-पीने की चीजें केवल हिंदू कारोबारियों की दुकानों से ही खरीदनी चाहिए।
गैर-हिंदू थूक कर खाना देते हैं
राजा सिंह दावा किया कि गैर-हिंदू कथित तौर पर जो भोजन और पानी देते हैं उसपर पहले थूका गया होता है। भाजपा विधायक ने लोगों से सवाल किया, ‘‘क्यों हमें अपवित्र भोजन करना चाहिए।’’ सिंह ने कहा, ‘‘इसलिए, हमें जागरूकता लानी चाहिए। अगर हम एक रुपये का सामान खरीदते हैं तो इसे किसी हिंदू से ही खरीदें। अगर हम किसी होटल में खाते हैं तो हम हिंदू के होटल में खाएं। हमें यह आज से ही करना होगा।’’ (इनपुट- पीटीआई भाषा)