तेलंगाना में कर्ज माफी योजना के अनुचित क्रियान्वयन के खिलाफ स्वतःस्फूर्त विरोध प्रदर्शन हुए तथा किसान सड़कों पर उतर आए, जबकि कांग्रेस सरकार ऋण माफी के मुद्दे पर बड़े-बड़े दावे कर रही थी। आक्रोशित किसानों ने रैलियां निकालीं, सड़कों पर बैठकर यातायात बाधित किया। यही नहीं, उन्होंने मुख्यमंत्री के पुतले जलाए और शवयात्रा निकालकर अपना विरोध दर्ज कराया। कुछ गांवों में किसानों ने बैंक शाखाओं के सामने प्रदर्शन किया और कांग्रेस सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
मुख्यमंत्री का पुतला लेकर बैंड-बाजे के साथ गलियों में निकाला जुलूस
आदिलाबाद के थलामादुगु में मुख्यमंत्री के पुतले के साथ शवयात्रा निकालने वाले किसानों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। गुस्साए किसानों ने पुतले पर चप्पलों से प्रहार किया और तीखी नोकझोंक के बीच पुलिस ने बीच-बचाव कर प्रदर्शन को रोका। इसी तरह बोथ में भी किसानों ने मुख्यमंत्री का पुतला लेकर बैंड-बाजे के साथ गलियों में जुलूस निकाला।
कांग्रेस नेताओं को कुछ जगहों पर करना पड़ा किसानों के गुस्से का सामना
जानकारी के अनुसार कांग्रेस नेताओं को कुछ जगहों पर किसानों के गुस्से का सामना करना पड़ा। आर्मूर विधानसभा क्षेत्र के अलुरु गांव में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार विनय रेड्डी को किसानों के गुस्से का सामना करना पड़ा। अलुरु गांव का दौरा करने के दौरान किसानों ने उनसे कहा कि कांग्रेस सरकार उनके गांव के सभी किसानों को फसल ऋण माफी देने में विफल रही है।
अधिकारियों पर जानकारी साझा नहीं करने का आरोप
आईटी मंत्री डी श्रीधर बाबू के निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत महादेवपुर में किसानों ने कृषि विभाग के कार्यालय में जाकर उन लाभार्थियों का विवरण मांगा, जिनके कर्ज माफ किए गए थे। रिपोर्ट के अनुसार किसानों ने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने जानकारी साझा नहीं की। जगित्याल के वेम्पेटा गांव में किसानों ने केनरा बैंक के सामने विरोध प्रदर्शन किया। इसी तरह, सिद्दीपेट निर्वाचन क्षेत्र के रामुनिपटला में किसानों ने राजीव राहदारी पर विरोध प्रदर्शन किया और “मुख्यमंत्री मुर्दाबाद” के नारे लगाए।
पूर्व मंत्री वेमुला प्रशांत रेड्डी ने किसानों को दिया समर्थन
किसानों को समर्थन देते हुए पूर्व मंत्री और बालकोंडा विधायक वेमुला प्रशांत रेड्डी ने आर्मूर-वारंगल राजमार्ग पर धरना दिया। वानापर्थी जिले के अमरचिंता मंडल स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में तनाव की स्थिति देखने को मिली, जब किसानों ने बैंक के सामने विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार से मांग की कि उनके कर्ज माफ किए जाएं और उन्हें संकट से उबारा जाए।