केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि जिन लोगों ने अतीत में ''बार-बार संविधान का अपमान'' किया अब संविधान की आत्मा के संरक्षण को लेकर ''घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं''। हैदराबाद के बाहरी क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तेलंगाना इकाई की राज्य कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अतीत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का दुरुपयोग किया है।
राहुल गांधी पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व ने अतीत में अपने प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाले केंद्रीय मंत्रिमंडल के एक निर्णय को बकवास करार दिया था। उन्होंने दावा किया, ''जो बार-बार संविधान का अपमान करते हैं और जिन्होंने बाबा साहब आम्बेडकर को नीचा दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी वे आज घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं।''
एनडीए सरकार संविधान के प्रति 100 फीसदी प्रतिबद्ध
दिल्ली विश्वविद्यालय के विधि पाठ्यक्रम में मनुस्मृति को शामिल करने के प्रस्ताव पर विवाद के बारे में बात करते हुए प्रधान ने कुलपति द्वारा प्रस्ताव को खारिज किए जाने का जिक्र किया और कहा कि केंद्र की एनडीए सरकार संविधान के प्रति 100 फीसदी प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, "ऐसा कुछ भी नहीं पढ़ाया जाएगा जो संविधान की भावना को ठेस पहुंचाए।" उन्होंने कहा, "जब तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार है, हम संविधान को कोई नुकसान नहीं पहुंचने देंगे।"
राहुल गांधी पर कसा तंज
राहुल गांधी पर परोक्ष रूप से तंज कसते हुए उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस नेतृत्व ने देश के हिंदुओं को हिंसक बताया था। इससे पहले केंद्रीय कोयला और खान मंत्री व तेलंगाना में भाजपा अध्यक्ष किशन रेड्डी ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का कथित रूप से समर्थन करने के लिए कांग्रेस और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की आलोचना की। (इनपुट- पीटीआई भाषा)