तेलंगाना: राज्य की 119 विधानसभा सीटों पर 30 नवंबर को मतदान होने वाले हैं। इसके नतीजे 3 दिसंबर को घोषित होंगे। चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए सभी पार्टियां अपना दमखम दिखा रही हैं। चुनावी रैली और विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए सभी लोगों को अपनी तरफ करने में लग गए हैं। कांग्रेस भी मैदान में पूरी तरह से उतर गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार यानी 31 अक्टूबर को कोल्लापुर में चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली पार्टी पर गंभीर आरोप भी लगाया।
राहुल गांधी ने लगाए गंभीर आरोप
कोल्लापुर में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने BRS (भारत राष्ट्र समिति) पर आरोप बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि तेलंगाना राज्य की गठन के पीछे जनता की जो आकांक्षा थी, उसके साथ विश्वासघात हुआ है।
उन्होंने आगे कहा कि, 'राज्य की कालेश्वरम परियोजना आपके साथ हुआ बहुत बड़ विश्वासघात है। पैसा जनता और उनके भविष्य का है लेकिन मुख्यमंत्री ने गरीबों, किसानों और मजदूरों से 1 लाख करोड़ रुपये चुराए हैं।' बता दें कि हाल ही में कालेश्वरम परियोजनाओं के कुछ खंभों के डूब जाने की एक रिपोर्ट आई थी। इस रिपोर्ट का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने दावा किया कि, बैराज के खंभे टूट रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि केवल ब्याज का पैसा देने के लिए राज्य के हर परिवार को 2040 तक 31 हजार रुपये का अतिरिक्त बोझ उठाना पड़ेगा।
राहुल गांधी ने किया यह वादा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीआरएस सरकार पर कांग्रेस कार्यकाल के दौरान गरीबों को दी गई जमीन वापस लेने की बात कही। उन्होंने आगे कहा कि, तेलंगाना की जनता का पूरा पैसा केसीआर परिवार के पास जा रहा है। हम यह सारा पैसा केसीआर से वापस लेकर आएंगे और जनता को वापस करेंगे। जनता से वादा करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, 'उनकी पार्टी उन सभी आकांक्षाओं के पूरा करेगी जिसके लिए राज्य का गठना किया गया था।'
उन्होंने आगे कहा कि, यह उम्मीद जताई गई थी कि अलग राज्य के गठन के बाद जनता और गरीब लोगों को कुछ फायद होगा। लेकिन पिछले 10 वर्षों में केवल एक ही परिवार का फायदा हुआ है। राज्य में होने वाले चुनाव में बीआरएस और कांग्रेस के बीच लड़ाई है। भाजपा और AIMIM दोनों मिले हुए हैं। इनका प्रयास है कि तेलंगाना में कांग्रेस चुनाव ना जीत पाए।
(इनपुट: पीटीआई)
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