हैदराबाद: तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए.रेवंत रेड्डी ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार राज्य में सूखे की वर्तमान स्थिति में किसानों के साथ खड़ी रहेगी। मुख्यमंत्री ने एक कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में सूखे की वर्तमान स्थिति का मुकाबला करने के लिए सामूहिक प्रयास का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि विभिन्न स्थानों पर जलाभाव की स्थिति गंभीर है क्योंकि जलाशयों में जलस्तर पिछले एक साल में अपर्याप्त वर्षा होने से तेजी से घट रहा है।
पेयजल समस्या पर सीएम ने कही ये बात
एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्यमंत्री ने कहा कि करीमनगर, खम्मम, नालगोंडा और महबूबनगर जिलों के किसान एवं नेता जलाशयों से पानी छोड़ने की मांग कर रहे हैं लेकिन किसानों को स्थिति को समझने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने की हरसंभव कोशिश कर रही है कि पेयजल समस्या आगामी ग्रीष्मकाल के दौरान उत्पन्न न हो उन्होंने कहा कि किसानों को अपने सामने उपस्थिति समस्याओं पर ‘रैयत नेस्थाम’ कार्यक्रम के अनुसार समय से सलाह मिलेगी।
मुख्यमंत्री रेड्डी ने कहा कि ‘रैयत नेस्थाम’ कार्यक्रम के तहत राज्य में 2601 ‘रैयत वेदिकाओं’ (किसानों की बैठकों का विशिष्ट स्थान) को 97 करोड़ रुपये की लागत से तीन सालों में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जोड़ा जाएगा।
आगंतुक सुविधा केंद्र का उद्घाटन
वहीं, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को तेलंगाना के 'राष्ट्रपति निलयम' में आगंतुक सुविधा केंद्र (वीएफसी) का डिजिटल तरीके से उद्घाटन किया। ये केंद्र लोगों को देश की समृद्ध विरासत से जोड़ने की दिशा में उठाया गया एक कदम है। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर कहा कि 'राष्ट्रपति निलयम' में अलग-अलग तरह के ऐतिहासिक आकर्षण हैं, जिनमें लकड़ी के झंडे की 120 फुट की ऐतिहासिक प्रतिकृति, जय हिंद बावड़ी, भूलभुलैया उद्यान, बच्चों का पार्क और 'रॉक गार्डन' में शिव और नंदी बैल की मूर्तियां शामिल हैं। मुर्मू ने कहा कि ये उद्यान, आगंतुकों को देश की सांस्कृतिक समृद्धि से जुड़ने का अवसर प्रदान करेगा।
इनपुट-भाषा