तेलंगाना के निर्मल जिले के एक गांव में एक महिला ने बीते दिनों आत्महत्या कर ली थी। महिला का अंतिम संस्कार करने के लिए पैसे नहीं थे, तो उसकी 12 वर्षीय बेटी ने चंदा से पैसे जुटाए। चंदा से मिले पैसों से किशोरी ने अपनी मां का अंतिम संस्कार किया। किशोरी के पिता का पहले ही निधन हो चुका है। मामले की जानकारी मिलने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने बच्ची की शिक्षा, चिकित्सा और अन्य जरूरतों का ध्यान रखने का निर्देश दिया।
जरूरतों का ध्यान रखने को कहा
किशोरी को अपनी मां का अंतिम संस्कार दूसरों के चंदे से मिली धनराशि से करना पड़ा था। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि बच्ची की दुर्दशा उनके संज्ञान में आने के बाद मुख्यमंत्री ने निर्मल जिले की जिलाधिकारी अभिलाषा अभिनव को लड़की की जरूरतों का ध्यान रखने को कहा। मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुसार, जिस बच्ची ने अपने माता-पिता दोनों को खो दिया है उसका राज्य की ओर से संचालित सामाजिक कल्याण आवासीय विद्यालय में दाखिला कराया जाएगा। उसे मुफ्त शिक्षा, जरूरत पड़ने पर चिकित्सा सुविधा और अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
लड़की की मां दिहाड़ी मजदूर थी
लड़की की मां एक दिहाड़ी मजदूर थी और उसने गुरुवार रात कथित तौर पर फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। अंतिम संस्कार के लिए पैसे नहीं होने के कारण शोकाकुल बच्ची अपने घर के बाहर असहाय होकर बैठी रही। आस-पास के निवासियों और स्थानीय पुलिस ने उसकी मां का अंतिम संस्कार करने के लिए पैसे जुटाए। इसके बाद बच्ची ने स्थानीय लोगों की मदद से अंतिम संस्कार किया। (भाषा)
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