हैदराबाद: ग्रेटर हैदराबाद पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने बच्चों के बेचने वाले एक अंतर्राज्यीय रैकेट का भंडाफोड़ किया है और 11 बच्चों को बचाया है। पुलिस ने आठ महिलाओं समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने दिल्ली और पुणे के तीन आरोपियों से बच्चों को खरीदा था।
बच्चों की उम्र एक महीने से लेकर ढाई महीने के बीच
राचकोंडा के पुलिस आयुक्त तरुण जोशी ने पत्रकारों को बताया, "आरोपी बच्चों को निसंतान दंपतियों को बेच रहे थे। जिन 11 बच्चों को बचाया गया है, उनमें नौ बच्चियां और दो लड़के शामिल हैं। इनकी उम्र एक महीने से लेकर ढाई महीने के बीच है।"
प्रति बच्चा 1.80 लाख से 5.50 लाख रुपये में बेचते थे
पुलिस ने बताया कि आरोपी दिल्ली की किरण और प्रीति तथा पुणे के कन्हैया से बच्चे लाते थे। इन तीनों ने गिरफ्तार लोगों को लगभग 50 बच्चे दिए। आरोपियों के एजेंट आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में जरूरतमंद लोगों को प्रति बच्चा 1.80 लाख रुपये से लेकर 5.50 लाख रुपये में बेचते थे। पुलिस ने 22 मई को एक रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर (आरएमपी) शोभा रानी को 4.50 लाख रुपये में एक बच्चा बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया और जांच शुरू की। इस दौरान इस रैकेट का पता चला।
तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के निवासी हैं सभी आरोपी
पुलिस आयुक्त ने बताया कि शोभा रानी की मदद कर रहे स्वप्ना और शेख सलीम को भी गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से दो बच्चों को बचाया गया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 370, 372, 373 आर/डब्ल्यू 34 और किशोर न्याय अधिनियम 2015 की धारा 81, 87 और 88 के तहत केस दर्ज किया गया है। शोभा रानी ने पूछताछ में खुलासा किया कि वह बच्चों को बेचने वाले हरिहर चेतन के साथ मिलकर काम कर रही थी।
पुलिस ने आरोपियों के कबूलनामे के आधार पर बंदारी हरिहर चेतन, बंदारी पद्मा, बलगाम सरोजा, मुदवथ शारदा, मुदवथ राजू, पठान मुमताज उर्फ हसीना, जगनदम अनुराधा और यता ममता को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए सभी लोग तेलंगाना और पड़ोसी आंध्र प्रदेश के निवासी हैं। (IANS इनपुट्स के साथ)
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