आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सभी पार्टियां अपने सांठ-गांठ मजबूत करने में जुटी हैं। इस बीच, बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के साथ गठबंधन के लिए बातचीत को हरी झंडी दे दी है। इसका खुलासा बसपा प्रदेश अध्यक्ष आरएस प्रवीण कुमार ने रविवार को किया। प्रवीण कुमार ने कहा कि बसपा के केंद्रीय समन्वयक और सांसद श्री रामजी पार्टी का मार्गदर्शन करने के लिए जल्द ही हैदराबाद पहुंचेंगे। उन्होंने बीआरएस के साथ अग्रिम बातचीत के लिए सहमति देने के लिए बसपा प्रमुख मायावती को धन्यवाद दिया।
क्या बोले बसपा प्रदेश अध्यक्ष?
उन्होंने दोहराया कि बीआरएस के साथ गठबंधन किसी राष्ट्रीय गठबंधन का हिस्सा नहीं है। गठबंधन पर मायावती के बयान पर प्रवीण कुमार ने शनिवार को सफाई दी थी। उन्होंने 'एक्स' पर पोस्ट किया था कि "चुनावी गठबंधन या तीसरा मोर्चा बनाने की खबरें फर्जी और गलत हैं"। बसपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा था कि बसपा प्रमुख ने कई मौकों पर स्पष्ट किया है कि पार्टी किसी भी राष्ट्रीय पार्टी, एनडीए या इंडिया ब्लॉक के साथ गठबंधन नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि मायावती ने उन पार्टियों के बारे में कुछ नहीं कहा जो किसी गठबंधन का हिस्सा नहीं हैं।
सीट बंटवारे पर सहमति बनने तक बातचीत जारी
प्रवीण कुमार ने कहा कि बसपा आलाकमान ने बीआरएस के साथ गठबंधन की बातचीत की इजाजत दे दी है। सीट बंटवारे पर सहमति बनने तक बातचीत जारी रहेगी। 5 मार्च को बीआरएस अध्यक्ष चंद्रशेखर राव और प्रवीण कुमार ने घोषणा की थी कि बीआरएस और बीएसपी ने सैद्धांतिक रूप से आगामी चुनावों में एक साथ काम करने का फैसला किया है। हाल के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के हाथों सत्ता गंवाने वाली बीआरएस ने 17 लोकसभा सीटों में से पांच के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है। (इनपुट- IANS)
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