तेलंगाना में विपक्षी भारत राष्ट्र समिति (BRS) ने गुरुवार को पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन किया और कांग्रेस सरकार से कृषि ऋण माफी योजना को बिना शर्त लागू करने की मांग की। प्रदर्शन के तहत बीआरएस नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं ने विभिन्न स्थानों पर रैलियां निकालीं, धरने दिए, नारे लगाए और सरकार से बिना किसी शर्त के सभी किसानों के दो लाख रुपये के ऋण माफ करने के अपने वादे को पूरा करने की मांग की।
दो लाख ऋण माफी के मामले में धोखा देने का आरोप
बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामा राव और पूर्व मंत्री टी हरीश राव सहित पार्टी नेताओं ने राज्य में विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शनों में भाग लिया। बीआरएस ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों पर सभी किसानों को दो लाख रुपये तक की ऋण माफी के मामले में धोखा देने का आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने पहले दो मौकों पर फसल ऋण माफ करने का वादा किया था, लेकिन वह ऐसा करने में विफल रही।
मुख्यमंत्री रेड्डी ने कहा, "किसानों को बीआरएस की ओर से फैलाई गई अफवाहों में नहीं आना चाहिए। मेरी सरकार सभी लोगों की समस्याओं का समाधान करने के लिए तैयार है। बीआरएस पर भरोसा मत कीजिए, जिसने 10 साल तक तेलंगाना को लूटा है।"
कांग्रेस सरकार ने कितने लिए उधार? केटीआर ने बताया
वहीं, इससे पहले बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव ने दावा किया था कि कांग्रेस सरकार ने केवल आठ महीनों में 50,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज उठाया है। पूर्व मंत्री ने कहा कि कर्ज के बाद भी सरकार ने एक भी नई परियोजना शुरू नहीं की। केटीआर ने कहा कि कांग्रेस ने बीआरएस के बारे में अफवाहें और आधी-अधूरी सच्चाई फैलाई, जिससे राज्य का कर्ज बढ़ गया, लेकिन अब यह सभी तरह के रिकॉर्ड तोड़ रही है। (भाषा)
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