कांग्रेस में शामिल हुए 10 विधायकों को साड़ी और चूड़ियां भेजने की बीआरएस विधायक पी कौशिक रेड्डी की पेशकश पर सत्तारूढ़ पार्टी (कांग्रेस) की महिला नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और उनसे तत्काल माफी की मांग की है। कांग्रेस नेता और तेलंगाना राज्य महिला सहकारी विकास निगम की अध्यक्ष बी शोभा रानी ने कहा कि उन्होंने (रेड्डी) अपनी अपमानजनक टिप्पणियों से महिलाओं का अपमान किया है। एक संवाददाता सम्मेलन में शोभा रानी ने अपना जूता निकालते हुए बीआरएस विधायक को उनकी टिप्पणियों के लिए चेतावनी दी।
हुजूराबाद निर्वाचन क्षेत्र से भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) विधायक रेड्डी ने बुधवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह कांग्रेस में शामिल हुए 10 बीआरएस विधायकों को साड़ी और चूड़ियां उपहार के रूप में भेजना चाहते हैं और उन्होंने उनसे इन्हें पहनने को कहा उन्होंने कहा, "अगर दलबदलू विधायकों में कोई शर्म या हिम्मत है तो उन्हें सबसे पहले अपने पदों से इस्तीफा देना चाहिए और चुनावों का सामना करना चाहिए। मैं उनमें से प्रत्येक को साड़ी और चूड़ियां भेजूंगा। उन्हें इन्हें पहन लोगों के बीच जाना चाहिए।"
कौशिक ने महिलाओं का अपमान किया- कांग्रेस
कौशिक रेड्डी ने यह भी कहा कि वह कूरियर के जरिए बीआरएस विधायकों के घरों तक साड़ियां और चूड़ियां भेजेंगे। रानी ने कहा, "एक महिला देश की राष्ट्रपति है। यह एक सोनिया गांधी थी, जिन्होंने तेलंगाना राज्य की स्वीकृति दी। तेलंगाना संघर्ष में महिलाएं सबसे आगे थीं। कौशिक रेड्डी ने अपनी बातों से महिलाओं का अपमान किया है।" उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, "अगर वह फिर से महिलाओं का अपमान करेंगे तो उन्हें इसका (जूते का) सामना करना पड़ेगा।"
पुलिस में शिकायत दर्ज कराएगी कांग्रेस
नाराज कांग्रेस महिला नेताओं ने रेड्डी से कहा कि वह पहले ये वस्तुएं बीआरएस अध्यक्ष और तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव के पास भेजें, क्योंकि उन्होंने दलबदल की शुरुआत की थी। उन्होंने तेलंगाना महिला आयोग से कौशिक रेड्डी की टिप्पणियों का संज्ञान लेने का भी आग्रह किया। महिला कांग्रेस नेताओं ने रेड्डी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की और विधानसभा अध्यक्ष से उन्हें सदन से निलंबित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि वे रेड्डी के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराएंगी। राज्य में 2023 के विधानसभा चुनावों के बाद बीआरएस के 10 विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए। बीआरएस के कई एमएलसी (विधान परिषद सदस्य) ने भी सत्तारूढ़ पार्टी का दामन थाम लिया था। (इनपुट- पीटीआई भाषा)