हैदराबाद: बांग्लादेश में हुए तख्तापलट के बाद से ही देश के अलग-अलग हिस्सों से अल्पसंख्यकों पर ज्यादती की खबरें आ रही हैं। कई जगहों पर अल्पसंख्यकों और खासकर हिंदुओं की दुकानों को आग लगाई जा रही है, उनके घरों को फूंका जा रहा है और यहां तक कि उनकी हत्या की खबरें भी आई हैं। बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे इस अत्याचार को लेकर भारत से अमेरिका तक विरोध के स्वर सुनाई देने लगे हैं। इस बीच तेलंगाना के विकाराबाद जिले में दुकानदारों ने विरोधस्वरूप शनिवार को अपने-अपने व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद रखने का फैसला किया।
हिंसा के खिलाफ सड़कों पर रैली भी निकाली
रिपोर्ट्स के मुताबिक, तेलंगाना के विकाराबाद जिले में स्थित तंदूर में बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में व्यापारियों ने शनिवार को स्वैच्छिक बंद का आयोजन किया। इस मौके पर शहर की अधिकांश दुकानें बंद नजर आईं। बांग्लादेश में हिंदुओं पर लगातार हो रही हिंसा के खिलाफ व्यापारियों ने विरोध प्रदर्शन भी किया। तंदूर हिंदू यूनाइटेड वेदिका ने एक स्वैच्छिक बंद का आयोजन करते हुए शहर की सड़कों पर एक रैली भी आयोजित की। रैली के बाद प्रदर्शनकारियों ने तंदूर के डीएसपी बालकृष्ण रेड्डी को एक याचिका प्रस्तुत की।
अवामी लीग के हिंदू नेताओं की भी हुई हत्या
बता दें कि बांग्लादेश में शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ने के बाद हुई हिंसा में कई हिंदू मंदिरों, घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की गई। उपद्रवियों ने महिलाओं पर हमला किया, उनसे छेड़छाड़ की और कई हिंदुओं की हत्या तक कर दी जिनमें अवामी लीग पार्टी के नेता भी शामिल हैं। बांग्लादेश के जिन जिलों में धार्मिक अल्पसंख्यकों और उनके घरों या व्यवसायों पर हमला किया गया उनमें पंचगढ़, दिनाजपुर, रंगपुर, बोगुरा, सिराजगंज, शेरपुर, किशोरगंज, पश्चिम जशोर, मगुरा, नरैल, दक्षिणपश्चिम खुलना, पटुआखली, सतखीरा, मध्य नरसिंगडी, तंगैल, चटगांव और अन्य जिले शामिल हैं।