बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार जारी है। बीते दिनों इस्कॉन प्रमुख चिन्मय कृष्ण दास को झूठे आरोपों में पाकिस्तान में गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद से ही भारत में भी बांग्लादेशी हुकूमत के खिलाफ बहस देखने को मिल रही है। इस बीच हैदराबाद के धरना चौक पर बांग्लादेश के हिंदुओं के लिए न्याय की मांग करते हुए हिंदू एकता मंच ने विरोध प्रदर्शन किया। हिंदू एकता मंच द्वारा आयोजित इस सभा में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, इस्कॉन के प्रतिनिधि और धर्म गुरुओ ने हिस्सा ने लिया। इस सभा में विधायक टी राजा सिंह ने चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी को लेकर बात की।
राजा सिंह ने की अपील
उन्होंने कहा, 'वो दिन याद करो जब पाकिस्तानी मुसलमानों द्वारा बांग्लादेशी मुसलमानों पर अत्याचार किए जा रहे थे। उनकी बहन-बेटी का बलात्कार हो रहा था। तेलंगाना के हिंदू नरेंद्र मोदी से मांग कर रहे हैं कि वहां के हिंदुओं की रक्षा के लिए बांग्लादेश में हमला करना जरूरी है। पाक से कुछ सेना को बांग्लादेशस भेज रहे हैं। वहां का हिंदू आज किस ओर देखेगा। भारत और मोदी जी पर। जब बांग्लादेशी मुसलमान हमारे देश में छिप कर रहे हैं तो बॉर्डर पर बैठे हमारे हिंदू हमारे देश में क्यों नहीं आ सकता है।' इस सभा में कई धर्मगुरुओं ने कहा कि वो भी हथियार लेकर बांग्लादेश के हिंदुओं की रक्षा करने को तैयार हैं।
जामा मस्जिद के इमाम ने लिखा पत्र
बता दें कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने बांग्लादेश की सरकार से हिंदुओं के खिलाफ अन्याय और हमलों को रोकने को कहा है। उन्होंने एक खत में लिखा, "एक विश्वसनीय पड़ोसी, बांग्लादेश के करीबी सहयोगी और साझा सांस्कृतिक विरासत के संरक्षक के रूप में, मैं बांग्लादेश के वर्तमान प्रमुख, नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस से अपेक्षा करता हूं कि वो हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ किसी भी तरह के अन्याय को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाएंगे। उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनकी अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा बेदाग रहे।"