ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार आरोप लगाए हैं। ओवैसी ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के संभल जिले में मस्जिद के पास बनाई जा रही पुलिस चौकी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया। उन्होंने पूछा कि क्या प्रधानमंत्री मोदी, कुवैत के उन नेताओं को दिखा सकते हैं कि उनकी सरकार किस प्रकार वक्फ भूमि पर पुलिस चौकी का निर्माण कर रही है, जिनसे उन्होंने हाल ही में मुलाकात की थी।
वक्फ भूमि पर निर्माण का आरोप
हैदराबाद में एक कार्यक्रम में ओवैसी ने आरोप लगाया कि संभल में जामा मस्जिद के पास पुलिस चौकी का निर्माण वक्फ भूमि पर किया जा रहा है। हालांकि, जिलाधिकारी ने वक्फ भूमि पर चौकी बनाए जाने के आरोप से इनकार किया है। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुवैत गए थे। वह कुवैत के शेखों को गले लगा रहे थे। आप शेखों को बुलाएं और दिखाएं कि आपकी सरकार संभल में क्या कर रही है।"
संभल के जिलाधिकारी का दावा
इसके जवाब में संभल के जिलाधिकारी ने यह दावा किया है कि किसी भी प्रामाणिक और कानूनी दस्तावेज के बिना यह साबित नहीं किया जा सकता कि जमीन वक्फ की है। जिलाधिकारी ने इस आरोप को नकारते हुए कहा कि पुलिस चौकी का निर्माण कानूनी रूप से किया जा रहा है और यह किसी धार्मिक भूमि पर नहीं बन रही है।
"अधिकारियों का रवैया बीजेपी सरकार के पक्ष में"
ओवैसी ने यह भी कहा कि जिलाधिकारी के बयान में साफ तौर पर यह नजर आता है कि वह उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के निर्देशों पर काम कर रहे हैं। उनका आरोप है कि अधिकारियों का यह रवैया बीजेपी सरकार के पक्ष में है और वह मुस्लिम समुदाय की धार्मिक और संपत्ति अधिकारों का उल्लंघन कर रहे हैं। दरअसल, पुलिस चौकी का निर्माण 24 नवंबर को संभल में हुई हिंसा के बाद की गई सुरक्षा उपायों के तहत प्रस्तावित किया गया था। यह चौकी संभल थाना अंतर्गत काम करेगी। (भाषा इनपुट)
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