हैदराबाद: आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी के हैदराबाद स्थित आवास पर एक दिन पहले ही बुलडोडर चलाया गया था। दरअसल ये बुलडोजर अवैध निर्माण को ध्वस्त करने के नाम पर चलाया गया। ये कार्रवाई ऐसे समय पर की गई जब आंध्र प्रदेश में सरकार बदली है। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के तुरंत बाद कार्रवाई किए जाने से अब चर्चाएं तेज हो गई हैं। पूरा मामला लोटस पॉन्ड इलाके का है। यहां ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) ने अवैध अतिक्रमण बताते हुए पूर्व सीएम के आवास पर कार्रवाई की थी।
जीएचएमसी के अधिकारी का ट्रांसफर
वहीं अब मामला तूल पकड़ने के बाद अवैध निर्माण गिराए जाने के मामले में ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी का तबादला कर दिया गया है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि खैरताबाद के क्षेत्रीय आयुक्त हेमंत भोरखड़े को सामान्य प्रशासन विभाग को रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है। रविवार को उनका तबादला इसलिए किया गया क्योंकि जगन मोहन रेड्डी के आवास पर तोड़फोड़ की कार्रवाई शीर्ष सरकारी अधिकारियों को सूचना दिए बिना की गई थी। जीएचएमसी ने शनिवार को यहां रेड्डी के लोटस पॉन्ड स्थित आवास के समीप फुटपाथ पर बने अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया था।
विधानसभा चुनाव में मिली हार
बता दें कि जगन मोहन रेड्डी विधानसभा चुनाव से पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। हालांकि राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में तेलुगु देशम पार्टी ने बड़ी जीत हासिल की और जगन मोहन रेड्डी को मुख्यमंत्री पद से हटना पड़ा। कुछ दिन पहले ही जगन मोहन रेड्डी पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से हटे हैं। जीएचएमसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा था कि नगर निगम अधिकारियों ने जगन मोहन रेड्डी के आवास के पास फुटपाथ पर टाइल का काम करने के लिए परिसर की दीवार से सटे अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया था। इस ढांचे का उपयोग सुरक्षाकर्मियों द्वारा किया जा रहा था। (इनपुट- भाषा)
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