साइबर क्रिमिनल्स लोगों को लूटने के लिए लगातार नए तरीके अपनाते रहते हैं। एयरपोर्ट पर लॉन्ज एक्सेस करने के दौरान एक महिला के अकाउंट से हजारों रुपये हैकर्स ने लूट लिए। बेंगलुरू एयरपोर्ट पर हुए इस बड़े साइबर फ्रॉड के बारे में जानकर आपका दिमाग चकरा जाएगा। ऐसा किसी के साथ हो सकता है, इसलिए आपको सतर्क रहने की जरूरत है नहीं तो 'सावधानी हटी और दुर्घटना घटी' वाली नौबत आ सकती है।
क्या है मामला?
भार्गवी मनी नाम की एक महिला ने अपने साथ एयरपोर्ट पर हुए इस फ्रॉड के बारे में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Instagram पर बताया है। महिला ने इंस्टाग्राम पर वीडियो संदेश के जरिए इस तरह के स्कैम से बचने के लिए कहा है। भार्गवी नाम की महिला ने अपने वीडियो में बताया कि बेंगलुरू के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लॉउंज एक्सेस करने के दौरान उसके साथ 87,000 रुपये का स्कैम हो गया और उसे भनक तक नहीं लगी।
महिला ने बताया कि एयरपोर्ट पर लॉन्ज एक्सेस करने के लिए उसे फिजिकल क्रेडिट कार्ड नहीं मिल रहा था, जिसकी वजह से उसने क्रेडिट कार्ड का फोटो एयरपोर्ट के एक स्टाफ को दिखाया। स्टाफ ने महिला से एक ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा, जिसके जरिए लॉउंज पास जेनरेट होगा। महिला ने एयरपोर्ट स्टाफ पर भरोसा करके ऐप को अपने फोन में डाउनलोड कर लिया। हालांकि,बाद में महिला ने लॉउंज इस्तेमाल करने का फैसला बदल दिया और वहां मौजूद कॉफी शॉप पर चली गई।
इनकमिंग कॉल किया ब्लॉक
कुछ देर बाद महिला ने महसूस किया कि उसके नंबर पर कोई इनकमिंग कॉल नहीं आ रहा है। उसने सोचा कि यह नेटवर्क मे दिक्कत की वजह से हो सकता है। हालांकि, वहां मौजूद लोगों को फोन यूज करते देख महिला को यह लगा कि उसकी जगह कोई और फॉन कॉल रिसीव कर रहा है। जब तक महिला को इसका पता चला, तब तक उसके क्रेडिट कार्ड अकाउंट से 87,000 रुपये PhonePe के जरिए ट्रांसफर किए गए हैं।
महिला ने बताया कि एयरपोर्ट स्टाफ द्वारा बताए गए ऐप में मेलवेयर यानी वायरस था, जिसकी वजह से उसके फोन का एक्सेस स्कैमर्स को हो गया। ट्रांजैक्शन करने किए OTP यानी वन टाइम पासवर्ड भी हैकर्स एक्सेस कर रहे थे। यह जानकारी पता चलने के बाद महिला ने साइबर क्राइम में रिपोर्ट किया और बैंक से क्रेडिट कार्ड ब्लॉक करने का अग्रह किया।
फ्रॉड से कैसे बचें?
महिला के हुए इस फ्रॉड में सबसे बड़ी वजह एयरपोर्ट स्टाफ को अपने क्रेडिट कार्ड की कॉपी शेयर करना है। इसके बाद स्टाफ द्वारा बताए गए फर्जी ऐप को फोन में डाउनलोड करना भी बड़ा कारण है। स्टाफ ने महिला को फर्जी ऐप डाउनलोड करा दिया। ऐप के जरिए हैकर्स महिला के फोन की सेंसेटिव जानकारियां भी हैकर्स तक पहुंच गई। इसके बाद हैकर्स ने महिला के स्मार्टफोन पर आने वाले कॉल और मैसेज को डायवर्ट कर दिया और इस फ्रॉड को अंजाम दिया। अगर, आप भी इस तरह के फ्रॉड से बचना चाहते हैं तो आप अपने क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड आदि की जानकारी, फोटो आदि किसी के साथ शेयर न करें और किसी के द्वारा बताए गए ऐप को फोन में डाउनलोड न करें।
यह भी पढ़ें - WhatsApp और Google Drive का यूज हुआ 'रिस्की'? इस देश ने लगा दिया बैन