Hackers आए दिन लोगों को किसी न किसी तरीके से चूना लगा रहे हैं। पिछले कुछ साल में साइबर फ्रॉड के मामलों में जबरदस्त इजाफा देखा गया है। हालांकि, कई बार यूजर्स अपनी छोटी सी गलती की वजह से साइबर अपराधियों के जाल में फंस जाते हैं और उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। स्मार्टफोन यूजर्स साइबर अपराधियों के निशाने पर सबसे ज्यादा रहते हैं, क्योंकि आजकल स्मार्टफोन के जरिए UPI पेमेंट और बैंकिंग सेवाएं लेने वाले यूजर्स ज्यादा बढ़ गए हैं। हाल ही में HDFC बैंक ने अपने ग्राहकों के लिए साइबर सिक्योरिटी सलाह दी है, जिसमें यूजर्स को 3 आदतों को छोड़ने के लिए कहा है।
लॉग-इन के लिए एक ही पासवर्ड
ज्यादातर यूजर्स पासवर्ड भूलने के डर से हर अकाउंट के लिए एक ही तरह का पासवर्ड रखते हैं। फोन में मौजूद बैंकिंग ऐप हो या फिर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, कई यूजर्स सबके लिए एक ही तरह का पासवर्ड इस्तेमाल करते हैं। हैकर्स अगर किसी एक भी अकाउंट का पासवर्ड क्रैक करने में सफल हो जाते हैं, तो वो यूजर के बैंक अकाउंट खाली करने के साथ-साथ निजी जानकारियां भी चुरा सकते हैं। इसकी वजह से यूजर्स को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
बैंक ऐप लॉग-आउट न करना
कई स्मार्टफोन यूजर्स बैंकिंग ऐप के जरिए ट्रांजैक्शन करते हैं। ऐप का इस्तेमाल होने के बाद वो ऐप से लॉग-आउट किए बिना ही ऐप को बंद कर देते हैं, जो आगे चलकर भारी नुकसान पहुंचा सकता है। ऐप लॉग-आउट नहीं करने से कुछ समय के लिए ऐप बैकग्राउंड में ऑन होता है। हैकर्स इसका फायदा उठाकर अकाउंट एक्सेस कर सकते हैं और आपको चूना लगा सकते हैं।
Bluetooh हमेशा ऑन रखना
ज्यादातर यूजर्स जाने-अनजाने में अपने स्मार्टफोन का ब्लूटूथ ऑन छोड़ देते हैं। स्मार्टवॉच हो या TWS ईयरबड्स, इन्हें कनेक्ट करने के लिए स्मार्टफोन का ब्लूटूथ ऑन करना पड़ता है। हालांकि, यूजर्स TWS का इस्तेमाल हो जाने के बाद भी अपने फोन का ब्लूटूथ ऑफ करना भूल जाते हैं, जिसकी वजह से उनके डिवाइस का एक्सेस ब्लूटूथ हैकर्स को हो सकता है। हैकर्स यूजर्स के स्मार्टफोन तक पहुंचने के लिए स्पूफिंग अटैक शुरू कर देते हैं। ऐसे में यूजर्स को यह ध्यान रखना होगा कि जब जरूरत न हो तो अपने फोन का ब्लूटूथ ऑफ रखें।