YouTube में कई ऐसे वीडियोज अपलोड कर दिए जाते हैं, जो पूरी तरह से फर्जी होते हैं और फर्जीवाड़ा फैलाते हैं। ऐसे वीडियोज पर यूट्यूब लगातार कार्रवाई करता है। इस साल यूट्यूब ने जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान भारत में सामुदायिक मानदंडों के उल्लंघन पर 19 लाख से अधिक वीडियो हटाए हैं। यह आंकड़ा किसी भी अन्य देश में हटाए गए वीडियो के मुकाबले अधिक है। इस तरह से इस तिमाही के दौरान वीडियोज हटाने के मामले में भी रिकॉर्ड बन गया है। यूट्यूब की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
समीक्षाधीन तिमाही में यूट्यूब ने वैश्विक स्तर पर सामुदायिक मानदंडों का उल्लंघन करने पर मंच से 64.8 लाख से अधिक वीडियो हटाए हैं। इनमें 19 लाख से अधिक वीडियो भारत के ही रहे। यूट्यूब की ‘सामुदायिक दिशानिर्देश प्रवर्तन’ रिपोर्ट से यह जानकारी मिलती है कि वीडियो स्ट्रीमिंग मंच को किस तरह की शिकायतें मिलीं और उसने उन पर क्या कार्रवाई की।
जनवरी-मार्च के बीच हटाए गए 19 लाख वीडियो
यूट्यूब ने भारत में शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए जनवरी-मार्च 2023 के दौरान 19 लाख से अधिक वीडियो हटा दिए। इसकी तुलना में अमेरिका में 6.54 लाख वीडियो, रूस में 4.91 लाख वीडियो और ब्राजील में 4.49 लाख वीडियो हटाए गए। यूट्यूब ने कहा, एक कंपनी के रूप में शुरुआती दिनों से ही, हमारे सामुदायिक दिशानिर्देशों ने यूट्यूब समुदाय को हानिकारक सामग्री से बचाया है। हम मशीन लर्निंग और समीक्षकों दोनों का इस्तेमाल करके अपने सामुदायिक दिशानिर्देशों को लागू करते हैं।