वाट्सऐप ने करोड़ो एंड्रॉइड यूजर्स की टेंशन बढ़ा दी है। 2024 की शुरुआत से यूजर्स का वाट्सऐप बैकअप गूगल ड्राइव स्टोरेज में सेव होगा। कंपनी ने अपनी पॉलिसी में यह अहम बदलाव किया है। पिछले महीने ही कंपनी ने घोषणा की थी कि 2024 की शुरुआत से वाट्सऐप बैकअप के लिए फ्री गूगल स्टोरेज सर्विस खत्म हो जाएगा। हालांकि, कंपनी ने अभी इसके लिए कोई स्पेसिफिक डेट निर्धारित नहीं की है। कई बीटा यूजर्स ने इस बदलाव का अनुभव किया है। वाट्सऐप बैकअप अब गूगल ड्राइव के खाली स्पेस का इस्तेमाल कर रहा है।
एंड्रॉइड यूजर्स की बढ़ेगी टेंशन
अब तक एंड्रॉइड यूजर्स के वाट्सऐप बैकअप के लिए गूगल ड्राइव के डेडिकेटेड स्टोरेज का इस्तेमाल नहीं होता है। इसे गूगल ड्राइव के स्टोरेज कोटा से बाहर रखा जाता है। वाट्सऐप की पैरेंट कंपनी Meta ने कंफर्म किया है कि यह बदलाव 2024 की पहली छमाही तक सभी Android यूजर्स को दिखने लगेगा। हालांकि, इसके लिए वाट्सऐप की तरफ से 30 दिन पहले एक नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा, जो ऐप के चैट बैकअप सेटिंग्स के बैनर पर दिखेगा। जिन यूजर्स के पास गूगल ड्राइव में खाली स्पेस उपलब्ध नहीं है, वो इसके लिए वैकल्पिक तरीके अपना सकते हैं, जिनमें डायरेक्ट ट्रांसफर और टेक्स्ट-ओनली बैक-अप शामिल हैं।
इन तरीकों से मिलेगी राहत
डायरेक्ट ट्रांसफर एक बिल्ट-इन वाट्सऐप चैट ट्रांसफर टूल है, जो एंड्रॉइड यूजर के डेटा को नए डिवाइस में माइग्रेट करता है। इसके लिए दोनों ही डिवाइस एक ही Wi-Fi नेटवर्क से कनेक्ट होना चाहिए। इस ट्रांसफर के लिए इंटरनेट कनेक्टिविटी होना जरूरी नहीं है। टेक्स्ट ओनली बैकअप का इस्तेमाल करके यूजर्स अपने वाट्सऐप कन्वर्सेशन से केवल टेक्स्ट मैसेज का बैकअप ले सकते हैं। यूजर्स को मीडिया फाइल्स को बाहर रखना होगा, ताकि गूगल ड्राइव की स्टोरज का कम इस्तेमाल किया जा सके।
मेटा की इस नई पॉलिसी की वजह से एंड्रॉइड यूजर्स को भी आईफोन यूजर्स की तरह ही वाट्सऐप बैकअप के लिए क्लाउड स्टोरेज में डेडिकेटेड स्पेस का इस्तेमाल करना होगा।
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