Smartphone Expiry Date: किसी भी प्रोडक्ट की एक मैन्युफेक्चरिंग और एक एक्सपायरी डेट जरूर होती है। ऐसे ही आपके फोन की भी एक एक्सपायरी डेट होती है, जिसके बाद उस फोन को इस्तेमाल करना सुरक्षित नहीं रहता है। एंड्रॉइड स्मार्टफोन हो या एप्पल के आईफोन, सबके लिए फोन बनाने वाली कंपनी एक एक्सपायरी डेट रखती है। हालांकि, कोई भी कंपनी आधिकारिक तौर पर यह नहीं बताती है कि उस फोन की एक्सपायरी डेट क्या होगी? यही नहीं कंपनी फोन के बॉक्स पर भी केवल मैन्युफेक्चरिंग डेट लिखती है। वहां Expiry Date का जिक्र नहीं होता है। ऐसे में आपके मन में भी यह सवाल उठ रहा होगा कि फोन की एक्सपायरी डेट का पता कैसे लगाएं? हम आपके लिए यह काम आसान कर देते हैं।
फोन की क्या है एक्सपायरी डेट?
जब भी कोई कंपनी अपना स्मार्टफोन मार्केट में लॉन्च करती है, तो वह इस बात की घोषणा करती है कि उस फोन के लिए कब तक सिक्योरिटी और कब तक ऑपरेटिंग सिस्टम का अपडेट मिलता रहेगा। आम तौर पर एंड्रॉइड स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनियां अपने फोन पर 2 साल तक ऑपरेटिंग सिस्टम और 3 साल तक सिक्योरिटी अपडेट ऑफर करती हैं। हालांकि, Samsung, OnePlus जैसे कुछ ब्रांड्स अपने प्रीमियम फोन पर 7 साल तक सिक्योरिटी अपडेट ऑफर कर रहे हैं। Apple शुरू से ही अपने iPhone पर 7 साल तक सिक्योरिटी अपडेट ऑफर करता है।
सिक्योरिटी और सॉफ्टवेयर अपडेट का मतलब यह है कि जब तक उस स्मार्टफोन के लिए ये दोनों चीजें मिलती रहेंगी, फोन का इस्तेमाल सुरक्षित है। इसके बाद यूज करने पर आपके स्मार्टफोन से डेटा चोरी होने की संभावना बढ़ जाती है। फोन में कोई अपडेट नहीं मिलने पर यह पुराने सॉफ्टवेयर पर ही काम करेगा और कोई फीचर अपग्रेड नहीं होगा। इसके ऐप्स के लिए भी कम्पैटिबल होना मुश्किल होगा।
बॉक्स पर लिखा है सीक्रेट कोड
स्मार्टफोन के बॉक्स पर मैन्युफेक्चरिंग डेट लिखा होता है। दरअसल, किसी भी फोन के मैन्यूफेक्चरिंग डेट से उसके सिक्योरिटी अपडेट का साल गिना जाएगा। उदाहरण के तौर पर iPhone 13 को 2021 में लॉन्च किया गया है। ऐसे में फोन का मैन्युफेक्चरिंग डेट 2021 मेंशन होगा। ऐसे में अगर, आप इस iPhone को 2024 में खरीद रहे हैं, तो आपको 3 साल के सिक्योरिटी अपडेट का नुकसान हो जाएगा। इस फोन की एक्सपायरी डेट 2028 में होगी यानी इसे आप 2028 तक ही सही से इ्स्तेमाल कर सकेंगे।
हालांकि, कोई कंपनी न तो अपनी वेबसाइट और न ही फोन के बॉक्स पर उसकी एक्सपायरी डेट मेंशन करती है। ऐसे में यूजर्स को अगर कोई फोन खरीदना है, तो वो उसके लॉन्च होने के साल में ही खरीदे तो फायदा होगा। जैसे-जैसे फोन पुराना होता जाएगा, इसकी कीमत तो कम होगी ही। साथ ही, फोन को इस्तेमाल करने की मियाद भी कम होती रहेगी।
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