AI चैटबोट चैटजीपीटी का विकसित करने वाली कंपनी ओपनएआई के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सैम आल्टमैन ने गुरुवार को एआई के भविष्य को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि एआई कभी किसी इंसान की जगह नहीं ले सकता है। एक इंसान की किसी दूसरे की देखभाल अच्छे से कर सकता है।
आल्टमैन ने वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के एक ईवेंट के दौरान कहा कि एआई एक-दूसरे के लिए इंसानी देखभाल की उसी तरह जगह नहीं लेगी जैसे कंप्यूटर शतरंज के खेल को खत्म नहीं कर पाया। आल्टमैन ने यहां विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में ‘अशांत दुनिया में प्रौद्योगिकी’ विषय पर आयोजित एक सत्र में कहा कि एआई की मौजूदा समय में बहुत सीमित क्षमता और बहुत बड़ी खामियों के बावजूद लोग इसका इस्तेमाल उत्पादकता एवं अन्य लाभ बढ़ाने के लिए करने के तरीके ढूंढ रहे हैं।
उपकरणों को बेहतर समझते हैं लोग
उन्होंने आगे कहा कि लोग उपकरणों की सीमाओं को कहीं अधिक समझते हैं। लोग काफी हद तक यह समझते हैं कि इसका इस्तेमाल किस लिए नहीं करना चाहिए। ओपनएआई के शीर्ष अधिकारी ने कहा कि एआई हमें अपना तर्क समझा पाएगा। मैं आपकी सोच को जानने के लिए आपके मस्तिष्क में नहीं देख सकता। लेकिन मैं आपसे अपना तर्क समझाने के लिए कह सकता हूं।
मुझे लगता है कि हमारे एआई सिस्टम भी यह काम करने में सक्षम होंगे। इसके साथ ही उन्होंने एआई प्रौद्योगिकी की जांच का भी स्वागत किया। हमारे जैसी कंपनियों के प्रति दुनिया की सामान्य घबराहट और बेचैनी को लेकर मेरे मन में बहुत सहानुभूति है। हमारी भी अपनी बेचैनी है। समाज और प्रौद्योगिकी को एक साथ विकसित होने दें।
बता दें, एआई हाल के दिनों में काफी तेजी से लोकप्रिय हुआ है और वैश्विक स्तर पर इसकी चर्चा देखी गई है। माना जाता है कि भविष्य में एआई का उपयोग तेजी से बढ़ सकता है।