How to check Fake App: स्मार्टफोन आज हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। आज हमारी डेली रूटीन के कई सारे जरूरी काम स्मार्टफोन से ही होते हैं। चाहे शॉपिंग हो, ऑनलाइन पेमेंट हो, ओटीटी स्ट्रीमिंग हो, फूड बुकिंग हो, ट्रेवल करने के लिए टिकट बुकिंग हो जैसे कई जरूरी काम हम स्मार्टफोन्स से ही करते हैं। इन सभी कामों को करने के लिए हम तरह तरह के ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं। क्या आप यह जानते हैं कि अब कई सारे डुप्लीकेट ऐप भी बन चुके हैं जो आपको भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं।
अगर आप गलती से अपने फोन में फेक ऐप इंस्टाल कर लेते हैं तो इससे आपको फाइनेंशियल फ्रॉड तो हो ही सकता है इसके साथ ही आपके पर्सनल डेटा को भी नुकसान पहुंच सकता है। अगर आपको नहीं पता तो बता दें कि इस समय यूट्यूब, इंस्टाग्राम, फेसबुक, चैटजीपीटी जैसे कई बड़े प्लेटफॉर्म के भी नकली ऐप्स इंटरनेट पर उपलब्ध है। अगर आप ऐप चुनने में थोड़ी सी भी लापरवाही बरतते हैं तो इससे भारी नुकसान हो सकता है।
Fake App से इस तरह से बचें
- अगर आप एक एंड्रॉयड स्मार्टफोन यूजर हैं तो सिर्फ गूगल प्ले स्टोर पर ही मौजूद ऐप्स को डाउनलोड करें।
- कभी भी बैंकिंग, ओटीटी स्ट्रीमिंग, सोशल मीडिया के लिए थर्ड पार्टी ऐप का इस्तेमाल न करें।
- अगर आपको कोई ऐप डाउनलोड करना है और वह आपको गूगल प्ले स्टोर पर नहीं मिलता तो एक बार कंपनी की ऑफिशियल वेब साइट पर जरूर चेक करें। यहां से आपको बता लग जाएगी कि कंपनी का ऐप है या नहीं।
- किसी भी ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसके ऑफिशियल वेबसाइट को जरूर चेक करें। अगर वेबसाइट का यूआरएल https से शुरू होता है तो समझ लीजिए कि वेबसाइट सिक्योर है।
- किसी भी ऐप को इंस्टाल करने से पहले उसके रिव्यू को जरूर पढ़ लें। अगर रिव्यू पॉजिटिव हैं तो ही ऐप को इंस्टाल करें।
- किसी भी ऐप के असली नकली की पहचान उसके डाउनलोड नंबर से भी की जा सकती है। किसी भी बड़ी कंपनी के ऐप की डाउनलोड संख्या करोड़ों में होती है। अगर कम लोगों ने डाउनलोड किया है उसे नजरअंदाज कर दें।
- स्मार्टफोन में ऐप इंस्टाल करने से पहले उसके डेवलपर्स के बारे में जरूर जानकारी कर लें। इससे आपको ऐप के बारे में काफी जानकारी मिल जाएगी।
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