
भारत ने चीन, अमेरिका समेत दुनिया के विकसित देशों को टक्कर देने की तैयारी कर ली है। सरकार इंडिया एआई मिशन के तहत देसी AI मॉडल बना रहा है। यह एआई मॉडल चीनी DeepSeek AI से भी अफोर्डेबल होगा। पीएम मोदी ने फ्रांस की राजधानी पेरिस में आयोजित AI एक्शन समिट में यह जानकारी दी है। पीएम मोदी ने इस समिट में भारत के एआई विजन की बात कही और इसके पॉजिटव प्रभावों के साथ-साथ इसे रेगुलेट करने की भी वकालत की। पिछले दिनों चीनी एआई मॉडल DeepSeek R1 काफी चर्चा में रहा है। इस एआई मॉडल ने ChatGPT, Google Gemini जैसे मॉडल के लिए बड़ी चुनौती पेश की है।
स्वदेशी AI मॉडल
पीएम मोदी ने पेरिस में आयोजित 'AI महाकुंभ' में भारत के इंडिया एआई मिशन का जिक्र करते हुए कहा, 'भारत खुद का लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) तैयार कर रहा है। हमारे पास एक यूनीक पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल है, जो संसाधनों को अफोर्डेबल कॉस्ट पर पब्लिक के लिए उपलब्ध कराता है। भारत दुनिया को यह बताना चाहता है कि एआई का भविष्य अच्छा है और सभी के लिए है।'
भारत में एआई के सकारात्मक इस्तेमाल का जिक्र करते हुए कहा कि भारत में एआई ऐप को जनता की सेवा करने के लिए डेवलप कर रहे हैं। भारत में एआई के डेटा प्राइवेसी को लेकर भी कई कदम उठाए गए हैं। हमारे पास दुनिया का सबसे बड़ा एआई टैलेंट है।
अगले 10 महीनों में होगा लॉन्च
इंडिया एआई मिशन के तहत स्वदेशी AI मॉडल अगले कुछ महीनों में लॉन्च किया जाएगा। पिछले दिनों केंद्रीय आईटी मिनिस्टर अश्विणी वैष्णव ने भी कहा था कि भारत अपना खुद का लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) बना रहा है। इसके लिए देश में 18 हजार हाई-एंड GPU (ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट) की फैसिलिटी तैयारी की गई है।
उन्होंने चीन में लॉन्च हुए DeepSeek R1 AI का जिक्र करते हुए कहा कि इस मॉडल को 2,000 जीपीयू, जबकि ChatGPT को 25 हजार GPU पर ट्रेन किया गया है। भारत के ये 18 हजार से ज्यादा GPU अपने AI मिशन की तैयारी में है। अगले 10 महीनों में यह स्वदेशी AI मॉडल तैयार कर लिया जाएगा।
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