भारतीय टेलीकॉम मार्केट दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ने वाला मार्केट बना गया है। इस समय भारत में मोबाइल यूजर्स की संख्यां 117 करोड़ हो गई है, जो आज से 10 साल पहले 90 करोड़ थी। इनमें से ज्यादातर यूजर्स स्मार्टफोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। स्मार्टफोन के आने की वजह से इंटरनेट यूजर्स की संख्यां में भी इजाफा हुआ है। वहीं, देश के कोने-कोने में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी पहुंचाई जा रही है। इंटरनेट यूजर्स की संख्यां भी 6 करोड़ से बढ़कर 95 करोड़ तक पहुंच गई है। केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मोदी 3.0 के 100 दिन पूरा होने पर भारत में टेलीकॉम इंफ्रॉस्ट्रक्चर के डेवलपमेंट और भविष्य के प्लान को लेकर यह जानकारी शेयर की है।
देश में 117 करोड़ मोबाइल यूजर्स
केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, "देश के अंदर 90 करोड़ मोबाइल के कनेक्शन होते थे आज करीब-करीब 117 करोड़ मोबाइल के कनेक्शन बन चुके हैं। भारत एक अग्रसर टेलीकॉम मार्केट के रूप में विश्वपटल पर उभर चुका है... और उसी के साथ-साथ जो इंटरनेट की कनेक्टिविटी थी करीब-करीब 25 करोड़ की वो इंटरनेट कनेक्टिविटी 25 करोड़ लोगों से बढ़कर आज करीब-करीब 95 करोड़ लोगों तक पहुंच चुकी है।"
घर-घर पहुंचा इंटरनेट
केंद्रीय मंत्री ने इंटरनेट पेनिट्रेशन पर आगे बोलते हुए कहा, "इंटरनेट कनेक्टिविटी का ही एक सब सेक्शन ब्रॉडबैंड की कनेक्टिविटी होती है और ब्रॉडबैंड की कनेक्टिविटी की उपलब्धता जो केवल 6 करोड़ लोगों तक सीमित थी आज वही संख्या 6 करोड़ से बढ़कर करीब-करीब 94 करोड़ लोगों तक पहुंच चुकी है, तो आज जो अवसरों की कमी होती थी... ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच में, लोगों के बीच में... उन अवसरों की कमी दूरसंचार के द्वारा और ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी के द्वारा... एक-एक देशवासी तक पहुंचाने का कार्य प्रधानंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने पिछले 10 वर्षों में करके दिखाया है।"
100 प्रतिशत 4G सेचुरेशन की तैयारी
टेलीकॉम मिनिस्टर ने आगे कहा, "हमें देश में शत प्रतिशत 4G सेचुरेशन संभव कराना है और हमें खुशी है आपको रिपोर्ट करते हुए कि मोदी 3.0 के 100 दिनों में 15 सितंबर तक 7,258 नए मोबाइल के टावर हमने देश के कोने-कोने में लगाए हैं, जिसके आधार पर 9,560 गावों में आज मोबाइल की कनेक्टिविटी का संचार हो चुका है। ये केवल 100 दिन की बात मैं कर रहा हूं।"
उन्होंने आगे कहा,"आज देश में 100 प्रतिशत सेचुरेशन के वातावरण को तय करने के लिए हमें करीब-करीब 27,648 टावर लगाने की जरूरत है और उसमें से 100 दिनों में ही 7,258 टावर को हमने कमीशन कर लिया है। टोटल गांव जो बचते हैं 6.5 लाख में से जो देश में 36,421 गांव जहां दूरसंचार की सेवा की आज भी जरूरत है और ये वाइब्रेंट विलेजेज को इंक्लूड करते हुए और उनमें से 100 दिनों में 9,560 गांव में आज पूर्ण रूप से दूरसंचार की सेवा आज सुलभ हो चुकी है।"
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