भारत में ऑनलाइन फ्रॉड लगातार बढ़ रहे हैं। अभी तक फोन पर आने वाले स्कैमर्स कॉल अब व्हाट्सएप (Whatsapp) पर वॉइस या वीडियो कॉल या फिर मैसेज के रुप में भी आ रहे हैं। फोन पर आने वाली कॉल का पता लगाने के लिए ट्रूकॉलर जैसी एप्स काफी कारगर साबित होती हैं। लेकिन व्हाट्सएप पर आपको इस प्रकार की सुविधा नहीं मिलती है। व्हाट्सएप के भारत में 500 मिलियन मंथली एक्टिव यूजर्स है। ऐसे में लोगों के साथ धोखाधड़ी करने और स्मार्टफोन में वायरस भेजकर फ्रॉड करना स्कैमर्स के लिए व्हाट्सएप काफी आसान जरिया बन गया है।
लेकिन अब आपके व्हाट्सएप पर भी ट्रूकॉलर काम कर सकेगा। अब ट्रूकॉलर की कॉलर आईडी सर्विस अब व्हाट्सएप के लिए भी उपलब्ध हो चुकी है। ऐसे में इसका फायदा बड़ी संख्या में लोगों को मिल सकता है। इसके लिए व्हाट्सएप घोटालों से निपटने के लिए, ट्रूकॉलर ने मेटा के साथ हाथ मिलाया है ताकि यूजर्स को प्लेटफॉर्म पर स्पैम संदेशों की पहचान करने और उन्हें ब्लॉक करने में मदद मिल सके।
कॉलर आईडी और स्पैम ब्लॉकिंग सॉफ्टवेयर- ट्रूकॉलर यूजर्स को इंटरनेट पर संभावित स्पैम कॉल्स का पता लगाने में मदद करने के लिए व्हाट्सएप और अन्य मैसेजिंग ऐप पर अपनी कॉलर आईडी सर्विस उपलब्ध कराने की योजना बना रहा है। ट्रूकॉलर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एलन ममेदी ने रॉयटर्स को बताया कि फीचर, वर्तमान में बीटा फेज में है, मई में बाद इसका ग्लोबल लॉन्च किया जाएगा।
रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रूकॉलर मई में व्हाट्सएप और अन्य मैसेजिंग ऐप के लिए कॉलर आइडेंटिफिकेशन फीचर लॉन्च करने की योजना बना रहा है। यह फीचर यूजर्स को स्पैम मैसेज को पहचानने और ब्लॉक करने में मदद करेगा।
ट्रूकॉलर के को-फाउंडर और सीईओ एलन ममेदी ने कहा कि भारत जैसे देशों में स्पैम कॉल एक बड़ी समस्या है, जहां यूजर्स को हर महीने औसतन 17 अनचाही कॉल आती हैं। उन्होंने कहा कि ट्रूकॉलर रिलायंस जियो और एयरटेल जैसे टेलीकॉम ऑपरेटरों के साथ काम कर रहा है ताकि एक समाधान विकसित किया जा सके जो भारतीय दूरसंचार नियामक ट्राई द्वारा सलाह के अनुसार उनके नेटवर्क पर टेलीमार्केटिंग कॉल को फ़िल्टर करने के लिए एआई का उपयोग करता है।
ट्रूकॉलर की 2021 की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत उन देशों में से एक है जहां उपयोगकर्ताओं को बड़ी संख्या में टेलीमार्केटिंग और स्कैमिंग कॉल का सामना करना पड़ता है। औसतन, यूजर्स प्रति माह लगभग 17 स्पैम कॉल प्राप्त करते हैं। इस मुद्दे को हल करने के लिए, भारत में दूरसंचार नियामक ने जियो और एयरटेल जैसे वाहकों को अपने नेटवर्क पर अवांछित कॉल को ब्लॉक करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेेलिजेंस फ़िल्टर का उपयोग करने के लिए कहा है।
व्हाट्सएप के लिए ट्रूकॉलर के स्पैम डिटेक्शन का उपयोग कैसे करें
- व्हाट्सएप और अन्य मैसेजिंग ऐप के लिए कॉलर आईडी एक्टिवेट करें
- ट्रूकॉलर ओपन करें और सेटिंग में जाएं
- कॉलर आईडी पर टैप करें और व्हाट्सएप और अन्य मैसेजिंग ऐप में अज्ञात नंबर की पहचान के लिए टॉगल चालू करें
- सुविधा उपलब्ध होने के बाद, नई सुविधा का उपयोग और परीक्षण करें और ट्रूकॉलर को किसी बग या फीडबैक की रिपोर्ट करें।