इलेक्ट्रिक गाड़ी खरीदने वालों के लिए सबसे बड़ी टेंशन इसकी चार्जिंग है। इलेक्ट्रिक गाड़ियों में हैवी ड्यूटी लीथियम बैटरी लगी होती है, जिसे चार्ज करने में अच्छा-खासा समय लगता है। कई इलेक्ट्रिक गाड़ियां बनाने वाली कंपनियां टू-वीलर्स के लिए तो बैटरी स्वैपिंग का ऑप्शन देती हैं, लेकिन कार की बैटरी को स्वैप करना नामुमकिन है। हावर्ड यूनिवर्सिटी के साइंटिस्ट ने इलेक्ट्रिक वीकल खरीदने वालों की इस टेंशन को खत्म कर दिया है। रिसर्चर्स ने ऐसी सॉलिड स्टेट बैटरी बनाई है, जिसे 10 मिनट में फुल चार्ज किया जा सकता है।
10 मिनट में होगी फुल चार्ज
हावर्ड यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स का कहना है कि सॉलिड स्टेट टेक्नोलॉजी पर बेस्ड यह बैटरी नेचुरल मैटेरियल से बनी है। इसे इस तरह से डेवलप किया गया है, कि 10 मिनट में फुल चार्ज हो सके। इस लीथियम मेटल सॉलिड स्टेट बैटरी को हावर्ड यूनिवर्सिटी के जॉन ए. पॉलसन स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड अप्लाइड सांइस (SEAS) रिसर्चर्स ने डेवलप किया है।
इस प्रोजेक्ट से जुड़े एसोसिएट प्रोफेसर जिन ली (Xin Li) का कहना है कि इसमें 6,000 गुना चार्जिंग साइकिल मिलता है, जो अन्य किसी पाउच बैटरी सेल के मुकाबले काफी ज्यादा है। रिसर्चर्स का कहना है कि लिथियम मेटल एनोड से बनी बैटरी को इलेक्ट्रिक गाड़ियों और अप्लायंसेज में इसलिए इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि यह ग्रेफाइट एनोड के मुकाबले ज्यादा कैपेसिटी की होती है। यह बैटरी इलेक्ट्रिक गाड़ियों की माइलेज भी बढ़ाती है।
जल्द होगा कमर्शियल प्रोडक्शन
हावर्ड के रिसर्चर्स का कहना है कि जल्द ही इलेक्ट्रिक गाड़ियों को भी फास्ट चार्जिंग बैटरी मिलेगी। इस सॉलिड स्टेट बैटरी का आने वाले कुछ साल में कमर्शियल प्रोडक्शन किया जाएगा। यह फ्यूचिरिस्टिक बैटरी 6,000 साइकिल के बाद भी 80 प्रतिशत क्षमता बरकरार रखती है, जो किसी भी पाउच सेल बैटरी के मुकाबले बेहतर है। इस बैटरी को इलेक्ट्रिक गाड़ियों में लगाने के बाद उन्हें चार्ज करना बेहद आसान हो जाएगा। हाईवे के किनारे लगे चार्जिंग प्वाइंट पर 10 मिनट चार्ज करने के बाद फिर से यात्रा की जा सकेगी।
यह भी पढ़ें - IKEA ने लॉन्च किए स्मार्ट होम गैजेट्स, घर में लगाने के बाद परिंदा भी नहीं मार पाएगा पर