बढ़ते साइबर क्राइम के बीच सरकार ने देश के 120 करोड़ से ज्यादा मोबाइल यूजर्स के लिए नई वॉर्निंग जारी की है। सरकार ने इंटरनेशनल नंबर से आने वाले कॉल को लेकर यह चेतावनी जारी की है। दूरसंचार विभाग ने यूजर्स को इन नंबरों से आने वाले कॉल्स को अटेंड न करने की हिदायत दी है। साथ ही, यूजर्स को इस तरह के कॉल्स को दूरसंचार विभाग के Chakshu पोर्टल पर रिपोर्ट करने के लिए कहा है।
इन नंबरों के कॉल न उठाएं
DoT ने अपने आधिकारिक X हैंडल से इन इंटरनेशनल नंबर्स की जानकारी शेयर की है। दूरसंचार विभाग ने अपने पोस्ट में इंटरनेशनल फ्रॉड कॉल्स से बचने के लिए यूजर्स को चेताया है और कहा है कि इस तरह के कॉल अटेंड करने से पहले रूकना और सोचना चाहिए। इन दिनों +77, +89, +85, +86, +87, +84 आदि नंबरों से फर्जी इंटरनेशनल कॉल्स यूजर्स को आ रहे हैं। दूरसंचार विभाग या TRAI इस तरह के कॉल्स नहीं करते हैं। यूजर्स इस तरह के कॉल्स को चक्षु पोर्टल पर रिपोर्ट करें।
इस तरह के इंटरनेशनल नंबरों से आने वाले कॉल्स इंटरनेट जेनरेटेड होते हैं यानी इंटरनेट के जरिए किया जाता है। हैकर्स यूजर्स को इन नंबरों से कॉल करके खुद को TRAI या DoT का अधिकारी बताते हैं और यूजर्स से उनका कनेक्शन बंद करने की बात कहते हैं और अपनी जाल में फंसाकर उनके साथ धोखाधड़ी करते हैं।
तुरंत Chakshu पर करें रिपोर्ट
सरकार ने कुछ महीने पहले Chakshu पोर्टल लॉन्च किया है, जिसमें यूजर्स अपने फोन पर आने वाले फर्जी कॉल्स को रिपोर्ट कर सकते हैं। पोर्टल पर रिपोर्ट करने के बाद उन नंबरो को सरकार ब्लैकलिस्ट कर देती है। अगर, आपके फोन पर भी इन इंटरनेशनल नंबर के कॉल आ रहे हैं तो उन्हें पिक न करें और चक्षु पोर्टल पर रिपोर्ट करें।
दूरसंचार विभाग भारत में बढ़ रहे साइबर फ्रॉड पर लगाम लगाने के लिए नए नियम लागू किए हैं। 1 अक्टूबर से फोन पर फर्जी या स्पैम कॉल न आए इसे लेकर दूरसंचार कंपनियों को नया DLT सिस्टम लागू करने का निर्देश दिया है। साथ ही, 11 दिसंबर से मैसेज ट्रेसिबिलिटी वाला नियम लागू होने वाला है। इसके बाद साइबर अपराधियों द्वारा किए जाने वाले मैसेज को आसानी से ट्रैक किया जा सकेगा।
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