WhatsApp के जरिए होने वाले स्कैम को लेकर सरकार सख्त है। MeitY ने वाट्सऐप की पैरेंट कंपनी Meta से इस पर रोक लगाने के लिए कड़े कदम उठाने का निर्देश दिया है। पिछले दिनों गृह मंत्रालय की साइबर सिक्योरिटी विंग I4C ने डिजिटल फ्रॉड से जुड़े 59,000 से ज्यादा वाट्सऐप अकाउंट पर बैन लगाया है। इस बात की जानकारी सरकार ने मौजूदा शीतकालीन सत्र के दौरान संसद में दी है। सरकार ने अपनी नोटिस में Meta प्लेटफॉर्म्स के सोशल मीडिया ऐप्स फेसबुक, इंस्टाग्राम और वाट्सऐप से इसका जवाब मांगा है।
डिजिटल फ्रॉड पर लगाम लगाने की तैयारी
रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार ने Meta को लगातार बढ़ रहे डिजिटल फ्रॉड के बारे में अवगत कराया है। हैकर्स लगातार नए तरीके अपनाते हैं, जो एजेंसी के लिए चुनौती बन गया है। वाट्सऐप भारत में ही नहीं, पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा यूज किया जाने वाला ऐप है। इस ऐप के पूरी दुनिया में डेली 295 करोड़ एक्टिव यूजर्स है। ऐसे में हैकर्स के लिए यह अच्छा जरिया है।
हैकर्स वाट्सऐप के जरिए फर्जी पोस्ट आसानी से शेयर कर सकते हैं। भोल-भाले लोग हैकर्स द्वारा बिछाए गए जाल में फंस जाते हैं और अपना सबकुछ लुटा देते हैं। TRAI ने फर्जी SMS और कॉल्स पर लगाम लगाने के लिए नए नियम 1 अक्टूबर से लागू कर दिया है। इस नियम के लागू होने के बाद मोबाइल पर SMS के जरिए फर्जी लिंक वाले मैसेज नहीं आएंगे।
TRAI को फ्रेमवर्क तैयार करने का निर्देश
WhatsApp पर अगर कोई गलत या फर्जी मैसेज भेजा जाता है तो इसके लिए एक प्रोसस है। यूजर्स उस कॉन्टेंट को रिपोर्ट कर सकते हैं। MeitY ने बताया कि वाट्सऐप के जरिए किया जाने वाले कॉल को रेगुलेट करने के लिए TRAI से फ्रेमवर्क तैयार करने के लिए कहा गया है। स्कैमर्स इंटरनेट कॉल यानी VoIP का इस्तेमाल करके लोगों के साथ फ्रॉड को अंजाम दे रहे हैं। इस तरह की कई घटनाएं पिछले दिनों सामने आई हैं।
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