Google ने यूजर्स की सबसे बड़ी परेशानी को दूर कर दिया है। प्ले स्टोर पर मौजूद सही और गलत ऐप की पहचान करना यूजर्स के लिए आसान हो जाएगा। इसके लिए गूगल ने प्ले स्टोर में नया फीचर जोड़ा है, जो सरकारी और गैर-सरकारी ऐप्स की पहचान बता देगा। कई बार यूजर्स सरकारी ऐप की जगह किसी प्राइवेट ऐप को अपने फोन में डाउनलोड कर लेते हैं और अपनी निजी जानकारियां शेयर कर देते हैं। यूजर्स को यह करना भारी पड़ता है और उनके साथ बड़ा साइबर स्कैम हो सकता है। गूगल का यह फीचर यूजर्स को सरकारी ऐप्स की पहचान करने में मदद करेगा।
सरकारी ऐप्स की पहचान होगी आसान
Google Play Store पर अब यूजर्स को सरकारी ऐप्स के लिए एक नया लेबल मिलेगा, जो बताएगा कि ऐप सरकारी है। जैसे कि यूजर्स अगर प्ले-स्टोर से सरकारी ऐप्स जैसे कि mAadhaar, Digilocker, Umang आदि डाउनलोड करने जाएंगे, तो उनको इन ऐप्स की जानकारी के तौर पर सरकारी ऐप्स का बैज मिलेगा। इस बैज को देखकर यूजर्स को पता चल जाएगा कि ऐप सरकार द्वारा जारी किया गया है। इस तरह से यूजर्स को ऐप की पहचान करने में आसानी होगी।
गूगल प्ले स्टोर की नई पॉलिसी के मुताबिक, ऐप स्टोर पर सही ऐप की पहचान के लिए वेरिफिकेशन बैज जोड़ा जाता है। इस नए लेबल से ऐप्स को एक और लेवल की सिक्योरिटी मिल जाएगी। पिछले दिनों गूगल ने अपनी पॉलिसी में बड़ा बदलाव किया है, जिसकी वजह से प्लेटफॉर्म से लाखों ऐप्स को बैन किए गए हैं। गूगल ने प्ले-स्टोर से 22 लाख से ज्यादा ऐप्स को हटा लिया और करीब 3 लाख ऐप डेवपलपर के अकाउंट को भी प्रतिबंधित कर दिया है। इसके अलावा गूगल ने दो ऐप डेवलपर पर मुकदमा भी दायर किया है।
Android 15 में बड़ा सिक्योरिटी अपडेट
Google Play Store पर पिछले कुछ समय से कई बदलाव किए गए हैं। इन बदलाव की वजह से यूजर को पहले के मुकाबले बेहतर प्राइवेसी एक्सपीरियंस मिलेगा। गूगल के अगले ऑपरेटिंग सिस्टम Android 15 में यूजर को कई नए प्राइवेसी और सिक्योरिटी फीचर्स मिलेंगे। इस ऑपरेटिंग सिस्टम को 14 मई को आयोजित होने वाले Google I/O 2024 में पेश किया जा सकता है।