दिग्गज बिजनेसमैन रतन टाटा इस दुनिया में नहीं रहे। उनके निधन से पूरी दुनिया में शोक की लहर है। जिसने उनसे मुलाकात की हो या फिर न की हो हर कोई शोक में है। बिजनेस के साथ-साथ दूसरे क्षेत्र के लोग भी उन्हें याद कर रहे हैं। रतन टाटा का जाना सिर्फ व्यापार की दुनिया ही नहीं बल्कि भारत समेत पूरे विश्व के लिए एक बड़ी क्षति है। इस बीच गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने रतन टाटा के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने X पर पोस्ट करके रतन टाटा से आखिरी मुकालात के पलों को याद किया।
सुंदर पिचाई ने शेयर किया पोस्ट
सुंदर पिचाई ने माइक्रोब्लॉगिं प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करके लिखा कि उनकी रतन टाटा से आखिरी मुलाकात गूगल में हुई थी। गूगल सीईओ ने उन्हें याद करते हुए लिखा कि वे अपने पीछे असाधारण कारोबार और एक दयालुता भरी परोपकारी विरासत को छोड़ गए हैं। उन्होंने बताया कि मेरी आखिरी मुलाकार गूगल में हुई थी। उन्होंने बताया कि मीटिंग के दौरान उन्होंने रोबोटिक व्हीकल के बार में बात की और उनके विजन काफी प्रेरणादायक थी।
पिचाई ने अपने पोस्ट पर लिखा कि रतन टाटा हमेशा ही भारत को बेहतर बनाने के लिए सोचते थे और इसको लेकर उनके मन में गहरी चिंता थी। सुंदर पिचाई ने कहा कि रतन टाटा का जाना पूरे देश के लिए एक बड़ा नुकसान है।
आपको बता दें कि रतन टाटा देश के सबसे सम्मानित और लोगों के सबसे पसंदीदा उद्योगपतियों में से एक थे। उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से टाटा समूह को एक अलग पहचान दी। सन 1991 से लेकर 2012 तक वह टाटा समूह के ध्यक्ष थे। इसके बाद उन्हें टाटा संस का मानद चेयरमैन नियुक्त किया गया था। साल 2008 में रतन टाटा को देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से भी नवाजा गया था।
आनंद महिंद्रा ने जताया शोक
बता दें कि रतन टाटा के निधन पर सुंदर पिचाई के साथ साथ महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने भी गहरा शोक व्यक्त किया है। आनंद महिंद्रा ने इस घटना पर शोक जताते हुए लिखा की मैं रतन टाटा की अनुपस्थिति को स्वीकार नहीं कर पा रहा हूं।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि इस समय भारत की अर्थव्यवस्था एक ऐतिहासिक पड़ाव पर खड़ी है। भारत को इस मुकाम में पहुंचाने के पीछे रतन टाटा के जीवन, विजन और काम का बहुत बड़ा योगदान है।
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