Google और Alphabet के CEO सुंदर पिचाई ने AI को लेकर बड़ा खुलासा कर दिया है। पिचाई ने गूगल द्वारा बनाए जाने वाले सॉफ्टवेयर में AI पर निर्भरता की जानकारी शेयर की है। गूगल दुनिया की लीडिंग टेक्नोलॉजी कंपनी है। कंपनी सर्च इंजन के साथ-साथ कई तरह की सर्विस पूरी दुनिया में ऑफर करता है। गूगल ने अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI टूल Google Gemini को लेकर भविष्य की तैयारियों को लेकर भी कई बातें कही हैं।
कोडिंग में AI का यूज
रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले महीने की आखिर में 29 अक्टूबर को आयोजित हुई कंपनी की इंटरनल मीटिंग में गूगल ने कहा कि कंपनी द्वारा बनाए जाने वाले सॉफ्टवेयर में कोडिंग के लिए 25 प्रतिशत तक का इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, पिचाई का यह बयान दुनियाभर के सॉफ्टवेयर इंजीनियर के लिए चौंकाने वाला है। गूगल ने पिछले साल बड़े पैमाने पर छंटनी की थी। कंपनी द्वारा AI का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाना आने वाले समय में कई लोगों के दिल की धड़कन तक बढ़ा सकता है।
सुंदर पिचाई ने कंपनी के तीसरे क्वार्टर के रेवेन्यू को लेकर एक इनहाउस मीटिंग की थी। इस दौरान पिचाई ने बताया कि कंपनी ने पिछले साल एक AI रिसर्च यूनिट को मर्ज किया था, जिसका नाम DeepMind और Google Brain था। इन दोनों कंपनियों को मर्ज करने के बाद एक सिंगल डिवीजन तैयार किया गया, जिसका नाम कंपनी ने Google DeepMind रखा है। गूगल AI को लेकर सभी रिसर्च DeepMind के तहत करता है।
AI पर कंपनी का फोकस
Google Gemini AI को अब एक्सपेंड किया जा रहा है। कंपनी अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल को अपनी कई सर्विसेज में इस्तेमाल कर रही है। हाल ही में गूगल ने Gemini AI को Gmail और Google Maps जैसी सर्विसेज में इंटिग्रेट किया है। AI के इंटिग्रेशन की वजह से यूजर्स को इन सर्विसेज को इस्तेमाल करने में पहले के मुकाबले आसानी होगी। आने वाले समय में गूगल अपने AI को और भी एक्सपेंड करने वाला है।
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