Elon Musk की सैटेलाइट ब्रॉडबैंड Starlink की भारत में एंट्री लगभग कंफर्म हो गई है। दूरसंचार नियामक जल्द सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस के लिए स्पेक्ट्रम का आवंटन शुरू करने वाली है। भारत में सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस शुरू करने की रेस में Starlink के अलावा Jio Satcom, Airtel OneWeb और Amazon Kuiper बने हुए हैं। जियो और एयरटेल ने कंप्लायेंस पूरा कर लिया है, जिसकी वजह से स्पेक्ट्रम अलोकेशन के साथ ही ये दोनों कंपनियां सैटेलाइट ब्रॉडबैंड शुरू कर सकती हैं। वहीं, Starlink और Amazon को कुछ रेगुलेटरी कंप्लायेंस पूरा करना है।
Starlink की एंट्री कंफर्म!
एलन मस्क की कंपनी ने पिछले दिनों कहा था कि भारत में सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस शुरू करने के लिए सभी कंप्लायेंस को जल्द पूरा किया जाएगा। स्टारलिंक 2022 से भी भारत में अपनी सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस शुरू करने के लिए आवेदन दे चुका है। कंपनी फिलहाल अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में अपनी सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस लॉन्च कर चुकी है।
दूरसंचार नियामक ने भारत में सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस शुरू करने के लिए अपनी सिफारिशें 15 दिसंबर तक DoT यानी दूरसंचार विभाग को दे दी हैं। अब दूरसंचार विभाग स्पेक्ट्रम के आवंटन को लेकर जल्द फैसला ले सकता है। केन्द्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि 2G की तरह ही सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस के लिए स्पेक्ट्रम का आवंटन किया जाएगा। हालांकि, जियो और एयरटेल स्पेक्ट्रम का अलोकेशन नीलामी के जरिए करने के पक्ष में है।
पिछले दिनों आई रिपोर्ट की मानें तो भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस को लेकर जनवरी यानी इस महीने फैसला लिया जा सकता है। एक्सेस सर्विस प्रोवाइडर्स को स्पेक्ट्रम का अलोकेशन जल्द किया जा सकता है। इसके बाद भारत में सैटेलाइट ब्रॉडबैंड की शुरुआत हो सकती है। सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस शुरू होने के बाद यूजर्स बिना किसी मोबाइल नेटवर्क या फिर ऑप्टिकल फाइबर के भी हाई स्पीड इंटरनेट का एक्सेस ले सकेंगे। यह इंटरनेट की दुनिया के लिए काफी खास होने वाला है। ट्राई द्वारा स्पेक्ट्रम अलोकेशन पर फैसले का इंतजार है।
यह भी पढ़ें - BSNL के 150 दिन वाले सस्ते प्लान से उड़ी Jio, Airtel की नींद, डेली 3 रुपये से कम खर्च में कई फायदे