DoT ने ऑनलाइन स्कैम और साइबर फ्रॉड के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। दूरसंचार विभाग ने ऑनलाइन फाइनेंशियल फ्रॉड के लिए यूज होने वाले 20 मोबाइल हैंडसेट को ब्लॉक कर दिया है। साइबर क्रिमिनल्स इन हैंडसेट के जरिए लोगों के साथ वित्तीय फ्रॉड कर रहे थे। हैंडसेट ब्लॉक होने के बाद इन मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा। दूरसंचार विभाग ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल के जरिए इस बात की जानकारी दी है।
20 मोबाइल हैंडसेट ब्लॉक
DoT ने अपने X पोस्ट में बताया कि ऑनलाइन वित्तीय फ्रॉड में शामिल 20 मोबाइल हैंडसेट को ब्लॉक कर दिया गया है। साइबर अपराधी इन हैंडसेट का गलत तरीके से इस्तेमाल कर रहे थे। इसके अलावा फ्रॉड में शामिल कई मोबाइल नंबर को भी बैन कर दिया गया है। दूरसंचार विभाग का यह ऐक्शन हाल में आए साइबर फ्रॉड के कई मामलों के बाद लिया गया है।
पिछले दिनों ही बेंगलुरू बेस्ड एक बिजनेस वुमन अदिति चोपड़ा के साथ साइबर फ्रॉड हुआ था। इसके बाद दूरसंचार विभाग ने इस फ्रॉड में शामिल मोबाइल नंबर और हैंडसेट को ब्लॉक कर दिया है। साइबर अपराधियों ने पीड़िता को भ्रामक SMS भेजकर, वित्तीय फ्रॉड किया था। दूरसंचार विभाग ने पीड़िता के सोशल मीडिया पोस्ट को भी टैग किया है।
मार्च में जारी की एडवाइजरी
बता दें मार्च में दूरसंचार विभाग (DoT) ने लोगों के लिए एक एडवाइजरी जारी की थी, जिसमें कहा गया था कि DoT का नाम लेकर साइबर अपराधी लोगों के साथ ठगी कर रहे हैं। इस तरह के स्कैम से सतर्क रहें। इसके अलावा दूरसंचार विभाग ने यूजर्स से किसी भी तरह के ऑनलाइन स्कैम और फ्रॉड को नए लॉन्च हुए चक्षु पोर्टल पर तुरंत रिपोर्ट करने के लिए कहा था। लोगों द्वारा रिपोर्ट किए गए कई मामलों पर संज्ञान लेते हुए दूरसंचार विभाग ने कई मोबाइल नंबर के साथ-साथ डिवाइस पर भी बड़ा ऐक्शन लिया है।
इसके अलावा साइबर अपराधी और हैकर्स लोगों को +92 से शुरू होने वाले वाट्सऐप नंबर से भी फ्रॉड का शिकार बना रहे हैं। साइबर अपराधी लोगों को वाट्सऐप कॉल के जरिए सरकारी कर्माचारी बनकर नए तरीके से ठगी कर रहे हैं। दूरसंचार विभाग ने किसी भी विदेशी नंबर से आने वाले कॉल्स और मैसेज को यूजर्स से इग्नोर करने के लिए कहा है, ताकि उनके साथ किसी भी तरह का वित्तीय फ्रॉड न हो सके।