करोड़ों स्मार्टफोन यूजर्स के लिए सरकार ने नई वॉर्निंग जारी की है। सरकारी एजेंसी इंडियन कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने एंड्रॉइड स्मार्टफोन में कई खामियां पाई हैं, जिसकी वजह से यूजर्स की सेंसेटिव जानकारियां हैकर्स के हाथ लग सकती है। साइबर सिक्योरिटी एजेंसी ने 11 अक्टूबर को इस खामी का पता लगाया है और यूजर्स को इससे सावधान रहने के लिए कहा है।
निजी जानकारी हो सकती है लीक
CERT-In ने एंड्रॉइड स्मार्टफोन के आर्बिटरी कोड में कई गड़बड़ियों का पता लगाया है, जिसकी वजह से यूजर्स की निजी जानकारियां लीक हो सकती है। देश के करोड़ों यूजर्स Android 12, Android 13, Android 14 और Android 15 पर बेस्ड स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं। सरकारी एजेंसी को इन्हीं एंड्रॉइड वर्जन में नई गड़बड़ियां दिखाई दी हैं।
देश के करीब 20 मिलियन यानी 2 करोड़ यूजर्स की निजी जानकारियां साइबर अपराधियों के पास पहुंच सकती है, जिसका वे फाइनेंशियल फ्रॉड करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं और आम यूजर्स को भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है। सिक्योरिटी एजेंसी ने बताया कि यह गड़बड़ी एंड्रॉइड के फ्रेमवर्क, सिस्टम, गूगल प्ले सिस्टम अपडेट, इमेजिनेशन, टेक्नोलॉजी कंपोनेंट्स, मीडियाटेक कंपोनेंटस, क्वालॉकम कंपोनेंट्स समेत अन्य सोर्स कंपोनेंट की वजह से आई है।
साइबर अपराधी उठा सकते हैं फायदा
देश के ज्यादातर स्मार्टफोन ब्रांड्स MediaTek या Qualcomm के कंपोनेंट्स इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में Xiaomi, Vivo, Samsung, OnePlus, Realme, Motorola, Redmi, Poco जैसे ब्रांड्स के स्मार्टफोन यूजर्स को इससे ज्यादा खतरा है। इन गड़बड़ियों का फायदा उठाकर साइबर अपराधी यूजर्स के डिवाइस में सेंध लगा सकते हैं।
CERT-In ने यूजर्स को सलाह दी है कि वो अपने स्मार्टफोन को लेटेस्ट सिक्योरिटी पैच के साथ अपडेट कर लें। ऐसा करने से उनके डिवाइस से कोई भी अहम जानकारी लीक नहीं होगी और वो फ्रॉड से बच सकते हैं। इससे पहले भी कई बार CERT-In ने यूजर्स के लिए वॉर्निंग जारी की है, जिसमें यूजर्स को अपने फोन को लेटेस्ट सिक्योरिटी पैच के साथ डिवाइस को अपडेट करने की सलाह दी है।
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