Alert AI for Password: ऑनलाइन सुरक्षा (Online Security) पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों की एक समूह ने पाया है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI) एक मिनट से भी कम समय में आम तौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले 50 प्रतिशत से अधिक पासवर्ड को क्रैक(पता) कर सकता है। इस समूह का नाम Home Security Heroes है। बता दें कि यह स्टडी PassGAN नामक AI पासवर्ड क्रैकर पर केंद्रित है। उन्होंने 15,680,000 पासवर्ड की सूची का परीक्षण किया है। स्टडी से पता चला है कि एआई 60 सेकंड से भी कम समय में 51 प्रतिशत से अधिक पासवर्ड को हैक कर सकता है। एआई एक घंटे से भी कम समय में 65 प्रतिशत से अधिक पासवर्ड और 30 दिनों के भीतर 81 प्रतिशत से अधिक पासवर्ड क्रैक कर पा रहा है। राहत की बात यह है कि अभी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक मिनट के भीतर केवल आसान से पासवर्ड को क्रैक करने में सक्षम है। एआई छोटे पासवर्ड का आसानी से अनुमान लगा सकता है। यानि अगर आप पासवर्ड के रूप में अपने नाम या जन्मतिथि का उपयोग करते हैं तो उसका पता लगाना AI के लिए बेहद आसान होगा।
पहले से अधिक मजबूत बनाएं पासवर्ड
एआई लेटर के कॉम्बिनेशन के साथ पासवर्ड का पता लगाने में भी अधिक समय लेता है। स्टडी से पता चला कि एआई पासवर्ड क्रैकर्स से 18 लेटर या उससे अधिक लेटर वाले पासवर्ड सुरक्षित हैं। एआई को 18 कैरेक्टर वाले पासवर्ड को क्रैक करने में दस महीने तक का समय लगेगा। इसके अलावा, एआई के लिए सिंबल्स, संख्याओं और बड़े और छोटे अक्षरों के मिश्रण वाले पासवर्ड को तोड़ना मुश्किल है। ऐसे पासवर्ड सुरक्षित होते हैं, क्योंकि एआई को उन्हें डिक्रिप्ट करने में सैकड़ों साल लग सकते हैं। बता दें कि PassGAN में GAN का मतलब जनरेटर एडवर्सरियल नेटवर्क है। यह मैनुअल पासवर्ड विश्लेषण की आवश्यकता को समाप्त करता है और यूजर्स को ऑटोनोमस रूप से पासवर्ड सीखता है।
पासवर्ड-क्रैकिंग एआई से सुरक्षित रहने के उपाय
- सामान्य पासवर्ड का उपयोग करने से बचें।
- पासवर्ड में कम से कम 15 लेटर होने चाहिए जो सिंबल, अक्षर और संख्याओं का मिश्रण हो।
- विभिन्न अकाउंट्स में अपने पासवर्ड सेव रखने के लिए पासवर्ड मैनेजर का उपयोग करें।
- पासवर्ड में कम से कम दो अक्षरों (स्मॉल और कैपिटल) का उपयोग करें।
- अभ्यास के तौर पर हर तीन से छह महीने में अपना पासवर्ड बदलते रहें।
- अपने सभी अकाउंट्स के लिए एक सामान्य पासवर्ड का उपयोग करने से बचें। और सेम पासवर्ड ना रखें।
क्या है ChatGPT जिसके आने से शुरू हुई AI पर चर्चा?
AI को लेकर चर्चा तब शुरू हुई, जब चैटजीपीटी ने ग्लोबल बाजार में एंट्री मारी। बता दें कि ChatGPT एक एआई है, जिसने लॉन्च के पांच दिन के बाद ही 1 मिलियन से अधिक यूजर्स तक अपनी पहुंच बना ली थी। इस एआई का काम लाखों वेबसाइटों पर उपलब्ध जानकारी को संशोधित कर और उसे एक आसान भाषा में बदलकर यूजर्स को जवाब देना है। इसकी मदद से किसी विषय पर आर्टिकल लिखा जा सकता है। बशर्ते की उस विषय के बारे में गूगल पर पहले से जानकारी उपलब्ध हो। यह दुनिया के अलग-अलग भाषाओं में काम कर रही है।
हाल ही में गूगल ने मार्केट में उतारा है ChatGPT का विकल्प
ChatGPT को पिछले साल नवंबर के महीने में पेश किया गया था। तब से लेकर आज तक OpenAI ने ChatGPT के असाधारण क्षमताओं और उसके दैनिक जीवन पर पड़ते प्रभाव का खुलासा किया है। इसको लेकर गूगल के सीईओ पहले हैरानी जता चुके हैं, अब वह Google का अपना AI ला रहे हैं, जिसका नाम Bard AI है। बता दें, कंपनी पिछले छह वर्षों से इस पावरफुल AI पर काम कर रही थी और अब आखिरकार कंपनी के सीईओ सुंदर पिचाई ने इसे पेश कर दिया है। एक ब्लॉग पोस्ट में पिचाई ने बताया कि बार्ड कौन है और इसकी कुछ बुनियादी कार्यक्षमता क्या है? कंपनी के भाषा मॉडल का नाम LaMDA है, जिसपर ये काम करेगी।