Airtel के मोबाइल और ब्रॉडबैंड यूजर्स की दिक्कतों को दूर करने के लिए कंपनी के CEO गोपाल विठ्ठल ने तैयारी कर ली है। यूजर्स के नेटवर्क संबंधी दिक्कतों को दूर करने के लिए 19 हजार से ज्यादा एयरटेल कर्मचारियों को निर्देश जारी किया गया है। आज यानी 12 मार्च को कर्मचारियों से सभी मीटिंग को रद्द करके फील्ड में उतरने के लिए कहा गया है, ताकि यूजर्स को आ रही दिक्कतों का फीडबैक लिया जा सके।
यूजर्स की दिक्कतें होंगी दूर
ET Telecom की रिपोर्ट के मुताबिक, एयरटेल CEO गोपाल विठ्ठल ने कर्मचारियों को एक इंटरनल ई-मेल भेजा है, जिसमें डायरेक्ट मार्केट फीडबैक लेने के लिए कहा गया है। एयरटेल के 2G, 4G, 5G मोबाइल यूजर्स के साथ-साथ ब्रॉडबैंड सर्विस इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ताओं की समस्याओं को फिक्स करने के लिए कहा गया है। कंपनी इस महीने के आखिर तक पूरे देश में 5G सर्विस रोल आउट करने के लक्ष्य को पूरा करने जा रही है।
एयरटेल सीईओ गोपाल विठ्ठल के इस कदम से यूजर्स को आ रही नेटवर्क संबंधित समस्याओं को दूर करने में मदद मिलेगी। बता दें पिछले साल टेलीकॉम रेगुलेटर (TRAI) ने टेलीकॉम कंपनियों को कॉल-ड्रॉप की समस्या से यूजर्स को निजात दिलाने के लिए जरूरी कदम उठाने के लिए कहा था। यही नहीं, एयरटेल इसके अलावा एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर (ARPU) को बढ़ाने की भी तैयारी कर रहा है। ग्राहकों से मिलने वाले फीडबैक के बाद कंपनी ARPU को लेकर फैसला ले सकती है।
Airtel ने इसे कस्टमर डे ड्रील का नाम दिया है, जिसमें कंपनी के होम सर्विस डिलीवरी इंजीनियर्स सीधे तौर पर ग्राहकों से मिलेंगे और उनसे ब्रांड, सर्विस से संबंधित फीडबैक लेंगे। देश के सभी टेलीकॉम सर्किल के स्टोर पर भी ग्राहकों का फीडबैक लिया जाएगा।
पूरे देश में 5G रोल आउट
TRAI के लेटेस्ट डेटा के मुताबिक, पिछले साल दिसंबर 2023 तक देश की दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी के पास 65 मिलियन यानी 6.5 करोड़ 5G यूजर्स थे। एयरटेल ने अक्टूबर 2022 में भारत में 5G लॉन्च होने के बाद ही नेटवर्क रोल आउट प्रक्रिया शुरू कर दी थी। कंपनी का मार्च 2024 तक देश के सभी टेलीकॉम सर्किल में 5G नेटवर्क रोल आउट करने का लक्ष्य था, जो 31 मार्च तक पूरा हो जाएगा। कंपनी ने देश के सभी मुख्य शहरों के साथ-साथ जिला मुख्यालयों में 5G सेवा शुरू कर दी है।
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