3 जूलाई से Vodafone Idea (Vi) भी अपने रिचार्ज प्लान महंगा कर सकता है। देश की तीनों टेलीकॉम कंपनियां के बीच ARPU बढ़ाने की नई जंग छिड़ गई है। रिलायंस जियो (Jio) ने 3 जुलाई से अपने प्रीपेड और पोस्टपेड प्लान की नई दरें लागू करने का फैसला किया है। इसके अलावा कंपनी ने अनलिमिटेड फ्री 5G डेटा को भी सीमित कर दिया है। जियो के बाद Airtel ने भी अपने प्लान की दरों को महंगा करने का ऐलान कर दिया है। एयरटेल के नए रिचार्ज प्लान भी 3 जूलाई से लागू हो जाएंगे। कंपनी ने अपने रिचार्ज प्लान की दरें 10 से 15 प्रतिशत तक बढ़ा दी हैं।
इन दोनों टेलीकॉम कंपनियों के प्लान महंगे होने के बाद तीसरा टेलीकॉम प्लेयर Vodafone-Idea (Vi) भी रिचार्ज प्लान की दरें बढ़ाने के मूड में है। रिपोर्ट्स की मानें तो वोडाफोन-आइडिया की नई दरें भी 3 जुलाई से लागू हो सकती हैं। पिछले महीने टेलीकॉम कंपनी के CEO अक्षय मूंद्रा ने कहा था कि अगर कम्पीटिटर कंपनियां एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर (ARPU) में बढ़ोतरी करती है, तो वोडाफोन-आइडिया भी अपने प्लान की दरों में इजाफा कर सकती है।
ARPU बढ़ाने की जंग
अक्षय मूंद्रा ने अपने स्टेटमेंट में कहा था कि पिछले कुछ साल में प्राइस रिकवरी हुई है। इस समय वोडाफोन-आइडिया काफी घाटे में है और नेटवर्क एक्सपेंशन न होने की वजह से अपने यूजर्स को भी खो रहा है। एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर बढ़ने से टेलीकॉम कंपनियों को नेटवर्क एक्सपेंशन और अपग्रेड करने में लगने वाले खर्च को रिकवर करने में सहूलियत होगी। एयरटेल ने चेयरमैन सुनील मित्तल भी टेलीकॉम कंपनियों का एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर 200 रुपये से 300 रुपये करने की वकालत कर चुके हैं। टेलीकॉम कंपनियों के प्लान महंगे होने की वजह से यूजर्स की जेब पर अब हर महीने अतिरिक्त बोझ पड़ने वाला है।
नेटवर्क अपग्रेड का निकलेगा खर्चा
हाल में हुए 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी में भारती एयरटेल ने 6,856 करोड़ रुपये के 97 MHz स्पेक्ट्रम खरीदे हैं। वहीं, रिलायंस जियो ने इस नीलामी में हिस्सा लेते हुए 14.4 MHz स्पेक्ट्रम खरीदे हैं, जिसके लिए टेलीकॉम कंपनी ने 973 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। वहीं, वोडाफोन-आइडिया ने इसमें 50 MHz स्पेक्ट्रम की बोली लगाई है, जिसके लिए 3,510 करोड़ रुपये खर्च करना होगा। टेलीकॉम कंपनियों के लिए नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर को अपग्रेड करने की लागत निकालने के लिए ARPU बढ़ाना बेहद जरूरी हो गया था।